भारत के सीमावर्ती क्षेत्रो मे धड़ल्ले से हो रही नेपाली गुटखा की सप्लाई
हमीद खान
इटवा, सिद्धार्थनगर। भारत के सीमावर्ती क्षेत्र व चौराहो पर खुलेआम कस्बों में खुलेआम नेपाली गुटखा की खेप की सप्लाई हो रही है। प्रदेश में गुटखा एवं पालीथीन में पैकिंग पर प्रतिबन्ध के बाद भी बार्डर पार से इसकी तस्करी कर सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिकांश दुकानो पर इसकी सप्लाई दी जा रही है।
बार्डर से गुटखा की तस्करी सुरक्षा के मद्देनजर खतरे की घंटी माना जा रहा है। सीमावर्ती कस्बों में सहित दूर के इटवा चौराहे तक इसकी बिक्री देखने को मिल रही है। नेपाल सीमा पर स्थित बढ़नी, महादेव,परसा, अलीगढ़वा, शोहरतगढ़ के अलावा दूर दराज के क्षेत्र ढेवरुआ , कठेला, झकहिया सहित आस -पास के सीमावर्ती इलाको में नेपाली गुटखा का यह गोरख धन्धा बड़े पैमाने पर चालू है।
चोरी छिपे इसकी बिक्री थोक व फुटकर दर पर की जाती हैं। बढ़नी के आसपास के क्षेत्रों कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा हैं। इस तरह से अवैध रुप से संचालित की जा रही बिक्री को लेकर सुरक्षा एजेन्सियो पर भी कई सवाल उठने लाजमी है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो इटवा क्षेत्र के झकहिया व सेमरी के कुछ लोग इसकी तस्करी में काफी दिनो से सक्रिय है।