राहगीरों पर बढ़ते हमले: जान कीमती है, चलने से पहले कर लें हिफाज़त का इंतज़ाम
भयजनित आक्रोश से उपजे संदेह में प्रतिदिन पीटे जा रहे राहगीर
सरेशाम बन्द हो जाते किवाड़, रतजगे व पहरे में कटती रात
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सावधान! घर से निकलते वक्त अपनी सुरक्षा का इंतज़ाम कर ही बाहर निकलें। क्योंकि चोरी की बढ़ती घटनाओं और नित नई अफवाहों से जनता इस कदर भयाक्रांत है, कि वह किसी भी अजनबी को छोटे छोटे कारणों से चोर समझ कर पीट दे रही है। पुलिस अधीक्षक द्वारा ऐसी घटनाओं पर मुकदमा लिखने के आदेश के बावजूद अनजान राहगीरों पर हमले की घटनायें बढ़ती ही जा रही हैं।
ज़िले के अनेक गांवों में शाम होते ही चाेर का शोर शुरू हो जा रहा है। बुधवार को जिला मुख्यालय से सटे झंडेनगर गांव में चोर चोर कह कर दो नेपाली युवकों को पकड़ कर उनकी पिटाई शुरू कर दी। दोनो युवक चिल्लाते रह गये की वे शहर में एक होटल में नौकरी करने आये हैं मगर भीड़ से उनकी कुछ न सुना और उन्हें इतना पीटा की दोनों नेपाली युवकों को स्थानीय मेडिकल कालेज में दाखिल कराना पड़ा जहां उनकी हालत गंभीर बताई जाती है।
शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के महदेवा नानकार गांव में रविवार रात एक युवक को लोग चोर कहकर पकड़ लिए पोल से बांधकर पीटने लगे। एक व्यक्ति ने मारो- मारो की आवाज लगाई और टूट पड़े। यह तक नहीं देखा की वह उसी गांव का निवासी है। जब लगा कि अचेत हो गया है तो लोग पहचान कर बोले अरे ये तो गांव का ही है। लोग इस प्रकार की हरकतों के पीछे पुलिस की पेट्रोलिंग और गश्त की कमी बताते हैं।
एक अन्य घटना के अनुसार ढेबरुआ क्षेत्र के परसोहिया चौराहे पर संतराम निषाद और उनके साथी सहजराम निषाद एक नाबालिग लड़कीं के साथ स्कूटी से आ रहे थे। वह परसोहिया चौराहे के पास सड़क किनारे एक नल पर पानी लेकर कुल्ला करने के लिए रुके। इसी दौरान, कुछ ग्रामीणों ने उन्हें संदिग्ध समझकर घेर लिया। तलाशी के दौरान एक चाकू मिलने पर ग्रामीणों ने बिना कुछ सोचे-समझे उन्हें चोर-चोर कहकर मारना-पीटना शुरू कर दिया। इस मारपीट में संतराम निषाद को सिर में गंभीर चोटें आईं। सूचना मिलते ही ढेबरुआ पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची प्रारंभिक जांच में पाया कि तीनों निर्दोष पाए गये। उनके गांव के प्रधानों ने भी थाने आकर इस बात की पुष्टि की।
ज्ञात रहे कि पिछले एक महीने में निर्दोष ग्रामीणों को पीटे दर्जनों घटनाएं हो चुकी हैं। दरअसल चोरी की बढ़ती घटनाओं पर पुलिस अंकुश लगा पाने में नाकाम है। इसके चलते ग्रामीणों में भयजनित आक्रोश है। हालत ये है कि गावों में सरेशाम लोग घरों के किवाड़ बंद कर लेते हैं और घर के युवक रात भर जग कर गांव में पहरा देते हैं। पुलिस न चोर को पकड़ पा रही है न ही निर्दोषों की पिटाई पर कोई ठोस कदम उठा पा रही है।
इस बीच उड़ते ड्रोनों से रेकी की अफवाहें बढ़ती जा रही है, पुलिस इस बारे में भी ठोस स्पष्टीकरण नही दे पा रही। सोमवार को सायं 6 बजे ही ज़िले मुख्यालय पर एक लुटेरे ने घर में घुस कर जिस प्रकार एक महिला का 5 लाख का नकदी व ज़ेवर लूटा वह अपराधियों के बढ़ते हौसले व पुलिस की नाकामी की ताजा मिसाल है।
— एसपी डॉ.अभिषेक महाजन बोले
इस बारे में पुलिस कप्तान डॉ. अभिषेक महाजन का कहना है कि किसी को कानून हाथ लेने की छूट नहीं है, जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अब किसी को घेरकर पीटने के मामले में बलवा का केस दर्ज किया जाएगा। पूरे जनपद में पुलिस अलर्ट है। चेकिंग की जा रही है।





