घर पर कोरेन्टीन के लिए एक दर्जन से अधिक निगरानी समितियों की बैठक, प्रधान बोले- निभाएंगे कर्तव्य
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। कोरोना लॉक डाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों के ठप्प हो जाने से भारत की आधी आबादी के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित प्रवासी मजदूर हैं, जो रोज कमाने रोज खाने के साथ साथ अपने परिवार को दो जून की रोटी खिलाने के काम कर रहे हैं। आर्थिक गतिविधियों के ठप्प हो जाने से रोज कमाने रोज खाने वालों के पास कोई काम नहीं रह गया है। ऊपर से उनके पास जो कुछ भी था वह 15 दिन भी नहीं चला, जिससे लोग अपने घरों की तरफ प्रस्थान करने लगे हैं। हैं जिनके स्वास्थ्य जांच और रख रखाव की जिम्मा जिला प्रशासन , तहसील प्रशासन के बाद ग्राम पंचायत स्तर पर पहुँच गया है ।
कहने का मतलब ये की प्रवासी मजदूरों के कोरेन्टीन और स्वास्थ्य का जिम्मा सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा के आदेश पर एस डी एम शोहरतगढ़ ने आज धनौरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर एक दर्जन ग्राम प्रधानों, आशा, ए एन एम, संगिनी, रोजगार सेवकों और शिक्षामित्रों के साथ बैठक कर निगरानी समिति की जिममेदारियों से परिचय करवाया और प्रवासी मजदूरों को कोरंन्टीन कर देखभाल करने की बात बताई। इस दौरान ग्राम प्रधान धनौरा व धंधरा के प्रधान अब्दुर्रशीद ने बेहतर कोरंन्टीन करने की बात कही व निगरानी समिति के सदस्यों से सहयोग की अपील की।
मीटिंग के दौरान सी ओ सुनील सिंह , एस डी एम शोहरतगढ़ , एस सो राम आशीष यादव , प्रधान नसीम खान, अब्दुर्रशीद, मलहू यादव , खजांची खान , प्रधान जुगडीहवा , रामतीर्थ यादव , बी पी एम बढ़नी पीयूष कुमार, आशा संगिनी कुसुम जायसवाल, आशा मेवाती, सुनीता, बीना मिश्रा, हँसीबुन्निशा, चंपावती सहित रोजगार सेवक व शिक्षामित्र उपस्थित रहे।