शोहरतगढ़ की धरती से चन्दन की खुश्बू बनकर देश विदेश में नाम रोशन कर रहे यहाँ के छात्र- जगदम्बिका पाल
रजत जयंती समारोह में पुरातन छात्रों ने एक दूसरे के साथ पुरानी यादों को किया साझा
सग़ीर ए खाकसार
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। भारत नेपाल सीमा पर शिवपति इंटर कॉलेज में 1995 बैच के पुरातन छात्रों द्वारा आयोजित तीन दिवसीय रजत जयंती समारोह के दूसरे दिन शनिवार को डुमरियागंज सांसद जगदंबिका पाल ने बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि शोहरतगढ़ की धरती से चन्दन की खुशबू बनकर देश विदेश में रोशन कर रहे यहाँ के पुराने छात्र तरक्की कर राष्ट्र व समाज में शिवपति कालेज का परचम लहरा रहे हैं। व्यक्ति कभी भी अपने छात्र जीवन को नहीं भूल पाता है।
शिव पति इंटर कालेज ने छात्रों को बेहतर शिक्षा देकर प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, अधिवक्ता, किसान और संत बनाने का काम किया है। इस प्रकार के रजत जयंती समारोह का आयोजन शिवपति इंटर कॉलेज के इतिहास में पहली बार हुआ है इसे कायम रखना हर छात्र व विद्यालय प्रशासन की जिम्मेदारी है। ऐसे आयोजनों से पुरानी यादों को ऊर्जा मिलती हैं। जीवन के किस मोड़ पर कहां मुलाकात हो, इस लिए एक दूसरे से भाई चारगी के साथ मिलें और एक दूसरे के सुख दुख में शामिल हो, इस जयंती अवसर पर संकल्पित होने की जरूरत है।
उप जिलाधिकारी शिवमूर्ति सिंह ने कहा कि ये क्षण काफी गौरवपूर्ण है। गांव की मिट्टी की पहचान को संजोने में जीवन का आनन्द और बेहतर होगा। ज्वाइन्ट कमिश्नर सिलीगुड़ी अतुल कुमार पांडेय ने आयोजित कार्यक्रम की सराहना कर अगले वर्ष इस प्रकार के आयोजन कराने का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम आयोजक धीरेंद्र वशिष्ट जी महाराज ने सभी पुरातन छात्रों को एक साथ आपसी मेल भाव को कायम रखने और एक दूसरे को समय पर सहयोग प्रदान करने का संकल्प दिलाया।
प्रधानाचार्य डॉ. नलिनी कांत मणि त्रिपाठी ने पुरातन छात्रों व कॉलेज के सेवानिवृत्त शिक्षकों और वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु का मार्गदर्शन छात्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।गुरुजनों और शिष्यों की पुरानी यादों की चर्चा रजत जयंती समारोह के कार्यक्रम के दौरान चलती रही।
इस दौरान कार्यक्रम आयोजक धीरेंद्र मिश्र वशिष्ट के अलावा सत्येंद्र गुप्ता, सग़ीर खाकसार, अनिल अग्रहरि, कमलेश मिश्रा, मधुर श्याम, राकेश जयसवाल, महेश त्रिपाठी, सोनू श्रीवास्तव, सूर्य प्रकाश पांडेय, राम प्रकाश मिश्र, तौलेश्वर निषाद, एस पी अग्रवाल, अनिल पाठक, वीरेंद्र मणि त्रिपाठी, मधुर श्याम मिश्रा, मुकेश श्रीवास्तव, राम सेवक, ओम प्रकाश, मुकेश कुमार, पदमाकर शुक्ल, रमेश मणि त्रिपाठी, मुस्तन शेरुल्लाह, लाल जी यादव, सुरेन्द्र प्रजापति, संतोष कुमार चौधरी आदि लोग मौजूद रहे और एक दूसरे को आपबीती सुनाई और खुशमिजाज दिखे।