उसका थाने की पुलिस ने गरीब के मकान समेत आठ लोगों की दुकानें तोडवाईं, लेकिन प्रभावशाली को छुआ तक नहीं।
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के उस्का बाजार थाने के करीब बनी आधा दर्जन दुकानों समेत एक गरीब का घर व दुकान दोनों, पुलिस ने ताकत के बल पर ध्वस्त करा दिया। अब पीड़ित मुरलीधर गुप्त अपने बच्चों को लेकर दर उदर भटक रहा है। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं पा रही। इस घटना से कस्बावासियों में आक्रोश है।
जानकारी के मुताबिक मुरलीधर गुप्ता अपनी पत्नी व मासूम बच्चों के साथ उस्का थाने की बाउड्रीवाल के बाहर बने अपने पुश्तैनी मकान में रह रहा था। गत दिवस उस्का पुलिस अचानक डोजर मशीन लगा कर उसका घर तुडवा दिया और उसकी लकड़ी की गुमटी फिकवा दिया। तथा वहां की सारी मिट्टी व मलबा उठा कर थाने में रखवा लिया।
इस बारे में मुरलीधर ने बताया कि थानाध्यक्ष उसके घर को तोडवा कर थाने की बाउंड्रीवाल बढ़ा कर उसका मकान कब्जा करने के फिराक में हैं। उसने यह भी बताया कि बाउंड्रीवाल के बाहर सात गुमटियां भी तोडीं गईं, जिनसे सभी परिवार बेराजगार हो गये। मुरलीधर का कहना था कि माना सभी गुमटियां अतिक्रमण करतीं थीं, लेकिन उसका तो पुश्तैनी मकान था। उसके पूरे परिवार को अपमानित कर घर क्यों तोड़ा गया?
यह भी जानकारी मिली है कि एक सत्तादल समर्थक ने वहीं बांस बल्ली डाल कर थाने के समक्ष ही अवैध कब्जा कर रखा है, लेकिन एक प्रभावशाली नेता के दबाव में उसे छुआ तक नहीं जा रहा है। मुरली धर ने बताया कि उसने डीएम से मामले की फारियाद की, लेकिन उन्होंने कोई ठोस कारवाई नहीं की, इसके अलावा एसपी की अनुपस्थिति में उनके स्टेनों को भी तहरीर दी गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुयी। फिलहाल मुरली परिवार समेत दर दर की ठोकरें खा रहा है।