गरीब महिला की मदद कर पुलिस वाले ने साबित किया कि उनके सीने में भी दिल धड़कता है
आकाश कुमार
सिद्धार्थनगर। कड़क रुख को लेकर आमतौर पर खाकी भले ही बदनाम हो, लेकिन उसके अंदर भी दया व मानवता का सागर होता है। गुरुवार को इटवा पुलिस ने यह सिद्ध करके दिखाया है। प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्रा के अगुवाई में पुलिस ने जिस प्रकार एक गरीब औरत को मदद दी है, उसे सुनकर खाकी वर्दी के प्रति पनप रही धारणाएं बदल जाएंगी।
छगड़िहवा गांव की रहने वाली किताबुन्निशां के घर में उनके ननद को बुधवार रात में डिलेवरी हुई थी। डिलेवरी के खर्चे के लिए रकम घर में न होने से गुरुवार को वह महादेव घुरहू स्थित पूर्वांचल ग्रामीण बैंक की शाखा पर पैसा निकालने आई थी। बैंक पर लगे नो कैश के बोर्ड को देखकर वह हताश हो गई। उसे खर्चें की रकम जुटाने का कोई जतन नहीं सूझ रहा था।
परेशान हाल में वह बैंक के बाहर बैठी थी। सड़क जाम की खबर को लेकर बैंक पर दलबल के साथ पहुंचे प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्रा ने किताबुन्निशां से बैठे होने के बारे में पूछा तो वह फफक कर रो पड़ी। किताबुन्निशां के दर्द को सुनकर द्रवित हुए इंस्पेक्टर ने अपने साथ गए जवानों व शाखा प्रबंधक के पास से 1500 रुपये इकठ्ठा कर किताबुन्निशां को थमा दिया। पुलिस की इस मदद से किताबुन्निशां की आखें डबडबा गईं। उसने ने तो पुलिस वालों को दुआएं दी हीं मौजूद भीड़ ने भी पुलिस के इस पुनीत कार्य की खूब सराहना की।