गोरखपुर मंडल में ‘गंडक की कटान’ की तरह भाजपा के ब्राह्मण जनाधार को काटने पर तुली बसपा
— ब्राह्मण समाज के जनाधार में तेजी से घुसपैठ बना रही बसपा, गोरखपुर व देवरिया दो प्रत्याशी पुनः घोषित
नजीर मलिक
पूर्वी उत्तर प्रदेश का गोरखपुर मंडल बसपा के निशाने पर हैं। ब्राह्मण बाहुल्य इस मंडल में हाल में बसपा ने दो और ब्राह्मण प्रत्याशी बना कर भाजपा को बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर दिया है। राजनतिक प्रेक्षक तो यहां तक कहते हैं कि बसपा इस मंडल की खतारनाक कटान करने वाली गंडक नदी की तरह भाजपा के ब्राह्मण जनाधार को काटने के लिए क्रियाशील हो गई है।
कौन ब्राह्मण चेहरा बना प्रत्याशी
हाल में गोरखपुर मंडल से बहुजन समाज पार्टी ने गोरखपुर में आयोजित पार्टी के मंडलीय सम्मेलन में गोरखपुर जिले के खजनी (सु.) विधानसभा सीट से विद्यासागर साहनी को और देवरिया जिले की सदर सीट से अभय त्रिपाठी को प्रभारी बना दिया है। बसपा में प्रभारी ही प्रत्याशी होता है। चौरी चौरा से बीरेन्द्र पांडेय पहले से ही प्रत्याशी घोषित हैं। इसके अलावा चिल्लूपार से तो विनय शंकर तिवारी बसपा के विधायक ही हैं। महाराजगंज जिले की पनियरा विधानसभा सीट सेविधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय का टिकट पक्का है ही। इसके अलावा भी जानकारी मिली है कि बसपा आगामी महीनों में कई ब्राह्मण चेहरों को मंउल में प्रत्याशी बनाने जा रही है।
अनेक ब्राह्मण युवा बसपा में शामिल
मंडली कार्यक्रम में अनेक युवाओं ने बसपा ज्वाइन भी की। इनमें चिल्लूपार के युवा नेता पंकज पांडेय, युवा नेता रोहित मिश्र सहित विपुल तिवारी, सुशील मिश्र, विपुल तिवारी, हनुमान पांडेय, अजय दुबे , सजंय दुबे सहित ब्राह्मण समाज के कई दर्जन युवाओं ने बसपा ज्वाइन की और पार्टी की जीत के लिए संकल्प भी लिया। सम्मेलन में बसपा प्रत्याशी दारा सिंह निषाद, बसपा के ब्राह्मण समाज के नेता अमर चन्द दुबे समेत, ब्रजेश कुमार, सन्तोष सिंह, राजेश राजभर, जोन इंचार्ज सुरेश गौतम, दारा निषाद, राजकुमार निषाद मौजूद रहे।
भाजपा नेताओं में चिंता
बसपा की इस चाल से भाजपा के स्थानीय नेता चितित हो उठे है। उनका मानना हैकि गोरखपु मंडल में बसपा जिस प्रकार ब्राह्णों को टिकट देने की रणनीति बना रही है, उससे भाजपा को भारी नुकसान होने वाला है। एक भाजपा वर्कर का कहना है कि गोरखपुर सदर के लोकप्रिय विधायक राधा मोहन अग्रवाल जी के पार्टी से खुला मतभेद होने के कारण मंडल के वैश्य मत घटते जा रहे हैं। वैश्य जैसे प्रतिबद्ध भाजपा समर्थ इसे ठाकुर राज्य तक कहने लगे हैं। ऐसे में बसपा की सटीक ब्रामण नति काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
भाजपा को सहन नहीं करेगा ब्राहमण…. पंकज पांडेय + रोहित मिश्र
सम्मलेन में पार्टी ज्वाइन करने वाले युवा नेता पंकज पांडेय व रोहित मिश्र कहते हैं कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों कीजिस प्रकार हत्यायें हुई हैं वह काफी दुखद है। ब्राह्मण इसे सहन नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि वह बसपा से जुड़ रहा है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि कटान की दृष्टि से पहाड़ की सबसे खतरनाक नदी ‘गंडक’ की तरह भाजपा का ब्राह्मण जनाधार काटने के लिए बसपा द्रुत गति से खतरनाक होती जा रही है।