मोहब्बत के चलते कत्ल हुआ 20 वर्षीय बाबू राम, जिले में बढ़ रही प्रेम-हत्या की घटनाएं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के बहोरवा घाट के 20 साल के वक बाबूराम की मौत का खुलासा हो गया है। 30 जूलाई को उसकी सुनियोजित हत्या कर उसे स्वाभाविक मौत बनाने की साजिश की गई थी।यह और बात है कि पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। इसी के साथ्र इस बात का भी खुलासा हुआ कि सिद्धार्थनगर जिले में प्रेम सम्बंधों को लेकर हत्या जैसे जघन्य अपराध में तेजी से इजाफा होता जा रहा है।
बाबूराम निषद का उसी गांव की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह बात लड़की के पिता दुर्गा को चल गई थी। मना करने के बावजूद न मानने के बाद दुर्गा ने बाबूराम की जान लेने का निश्चय कर लिया। पुलिस के अनुसार उसने गांव के ही अशर्फी और संतोष को कुछ पैसे देकर बाबूराम की हत्या की सुपारी दी गई। तीस जुलाई को मौका पाकर दोनों ने बाबूराम का गला रस्सी से घांट कर उसे मार डाला। बाद में इसे स्वाभाविक मौत साबित करने के लिए लाश को नदी के किनारे रख दिया ताकि देखने वाले उसे डूब कर मरना मान लें। बहरहाल घटना का खुलासा पुलिस ने कर दिया। दोनों अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार भी कर लिया। पुलिस ने हत्या की साजिश रचने के आराप में प्रेमिका के पिता दुर्गा को भी जेल भेज दिया।
इस घटना के बाद प्रेम के चलते हत्या की घटनाओं पर नजर डालें तो पता चलता है कि यहां पिछले दोतीन सालों से पेम सम्बंधों को लेकार हत्या की घटनाओं में निरंतर इजाफा होता जा रहा है। इससे पहले यह जिला लड़की के अपहरण/भगा ले जाने को लेकर सुर्खियों में रहता रहा है। लेकिन समाजशास्त्री सुन्द्र त्रिपाठी की मानें तो इस प्रकार के मामलों में हत्या की वारदातें होना चिंता का विषय बनती जा रही हैं। सुरेंन्द्र त्रिपाठी की बात में कितनी सच्चाई है, यह हाल की घटनाओं से समझा जा सकता है। अभी विगत माह बर्उपुर में एक शिक्षिका की मौत हुई तो इसमें भी प्रेम प्रकरण का मामला सामने आया। 6 माह पूर्व मोहाना थाने में भी एक शिक्षिका को जला कर मार दिया गया था। घटना का कारण प्रेम प्रसंग ही था।
इसी प्रकार गत सितम्बर में इटवा थाने के जोल्हाभारी के गांव के 17 वर्षीय छात्र अंकुश यादव का बडत्री निर्ममता से कत्ल किया गया था। प्रेम सम्बंधों को लेकर की गई हत्या में तीन गिरफतार भी हुए थे। इस प्रकार पिछले एक साल में जघन्य हत्या की 11 घटनाओं में 8 प्रेम सम्बंधों को लेकर हुईं हैं। इससे पता चलता है कि यहां ब्रूटल मर्डर के 66 प्रतिशत मामले प्रेम सम्बंधों को लेकर हो रहे हैं।
इस सम्बंध में जिले में एसपी रहे साहित्यकार व इतिहासकार शैलेन्द्र प्रताप सिंह का कहना था कि सिद्धार्थनगर एक पिछड़ा और गरीब जिला है। बदलते माहौल में यहां गांवों की युवतियों ने भी अब नये नये सपने देखना शुरू कर दिया है, जिनके पूरे होने की उम्मीद खुद उन्हें नहीं होती है। इसलिए जब वह गांव में मुम्बई से लौटे अथवा स्थानीय युवक या छात्र को देखती हैं तो अपने सपनों को उडान देने के लिए उसकी ओर आकर्षित हो जाती हैं। मेरे कार्यकाल में लड़की लडके के भाग जाने की घटनाएं अधिक थीं, अब प्रेम को लेकर हत्या जैसी घटनाएं भी होने लगी हैं। यह घोर चिंताजनक है। लेकिन यह सामाजिक कारणों से उत्पन्न अपराध है। इसके लिए समाज को ही जागरुक होना पड़ेगा।
इस सिलसिले में अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पुलिस चोरों डकैतों पेशेवर अपराधियों पर अंकुश तो लगा सकती है, लेकिन इस समया को समाज को ही रोकना होगा। ऐसी घटनाओं में हमारी भूमिका महज स्कूल कालेज और सार्वजनिक स्थलों की निगरानी तक ही सीमित है। गांवों में चलने वाले प्रेम सम्बंधों पर पुलिस के बजाए उस गांव या समाज को ही नजर रखना होगा।