पुलवामा: गम व गुस्से मेें अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए लगाए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
मेराज़ मुस्तफा
इटवा, सिद्धार्थनगर। बीते 14 फरवरी को जम्मू के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों के काफिले पर आतंकी संगठन के मानवबम द्वारा विस्फोटक से भरी कार द्वारा आत्मघाती हमले में शहीद हुए चालीस जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए पूरा देश बेकरार है और पूरे देश में गम व गुस्से की लहर एक साथ दौड़ रही है। इटवा तहसील क्षेत्र के बढ़या में भी लोगों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ शहीदों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट किया।
एक हाथ में तिरंगा लिए चेहरे पर गम आँखों में आँसू परन्तु देश भक्ति के जज्बे से ओतप्रोत कुछ ऐसा ही नजारा रविवार की सांय सात बजे इटवा तहसील क्षेत्र के बढ़या चौराहे पर देखने को मिला जब क्षेत्र के रेहरा उर्फ भैसाही भगवतपुर बढ़या धोबही मटेहना के मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र होकर सर्वप्रथम पुलवामा हमले में शहीदों के सम्मान में उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए यह संदेश दिया कि धर्म – मजहब व जाति-पाति के नाम पर देश की एकता व अखंडता को कोई नही तोड़ सकता ।
रविवार की सांय सात बजे रेहरा उर्फ भैसाही के युवा ग्राम प्रधान व पत्रकार मेराज़ मुस्तफा बढ़या निवासी शिक्षक व वरिष्ठ पत्रकार परवेज अहमद द्वारा पुलवामा हमले के शहीदों की याद में श्रद्धांजलि सभा के आयोजन के दौरान मोमबत्ती व पुष्प से भारतवर्ष का प्रतीकात्मक चित्र बनाकर दो मिनट का मौन धारण कर शहीदों के आत्मा हेतु शान्ति की प्रार्थना की।
दो मिनट के मौन के पश्चात परवेज अहमद व मेराज़ मुस्तफा के साथ सपा के इटवा विधानसभा अध्यक्ष कमरुज्जमां खां, आईमास के जिलाध्यक्ष शाहिद हुसेन, चांद इंटर कॉलेज के इश्तियाक अहमद खान व मोहम्मद आसिफ सहित अब्दुल हकीम, महबूब आलम, एडवोकेट महताब आलम, सिराजुल हक, अरशद अहमद, नौशाद अहमद, जेपी यादव आदि ने कैंडल मार्च करते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद व हिन्दुस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाते हुए देश के लिए शहीद हुए जवानों के बलिदान के बदले आतंकवादियों के साथ उनके सरपरस्तों के सफाए की मांग भारत सरकार से की ।
इस दौरान युवा ग्राम प्रधान मेराज़ मुस्तफा ने कहा कि इस समय जब पूरे देश में गम व गुस्से की लहर दौड़ रही और शहीद जवानों के परिजनों की स्थिति का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है ऐसे में शहीदों की लाशों पर राजनीति कर जवानों की शहादत का अपमान करने वालों को भी जनता माफ नही करेगी।
सपा के इटवा विधानसभा अध्यक्ष कमरुज्जमां खां ने कैंडल मार्च के दौरान कहा कि आतंकियों ने जिस कायरतापूर्ण तरीके से पीठ पीछे वार किया है वह निंदनीय है सरकार आतंकवाद का सफाया करे न कि शहीदों के बलिदान का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश करे।
वरिष्ठ पत्रकार परवेज अहमद हिंदुस्तानी ने कहा ऐसी कायरतापूर्ण हरकतों को अंजाम देने वाले यह कतई न समझें कि बेगुनाहों को मारकर वह सुरक्षित रह सकते हैं ।
श्रद्धांजलि सभा व कैंडल मार्च के दौरान मुख्य रूप से समीउद्दीन खान, शाहिद हुसेन, मोहम्मद आसिफ, डॉ. मोहम्मद हुसेन, इश्तियाक अहमद खां, मोहम्मद समीउद्दीन खान, मोहम्मद मुस्तकीम, जमाल अहमद, परशुराम मौर्या, जेपी यादव, नौशाद, सरफराज, हिम्मतलाल मौर्या, मेहताब एडवोकेट, सिराजुल हक, वसीम परवेज, महबूब अहमद, संजय कुमार, अब्दुल हकीम, नियाज, दिलशाद खान, जमाल अहमद प्रधान, प्रिंस सैनी, रक्षाराम प्रजापति, राम प्रकास विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।