पुलिस और शिक्षा विभाग की खुली लूट के खिलाफ छात्रसभा की अगुआई में युवाओं का ज्ञापन
आरिफ मकसूद
सिद्धार्थनगर। कोरोना के इस दौर में आम जन आर्थिक रूप से वैसे ही परेशान है, ऊपर से पुलिस और शिक्षा विभाग की जबरन आय बढ़ाने की नीति के कारण नागरिक बेहाल हो रहे हैं। इसे लेकर जिले के युवाओं और छात्रों ने समाजवादी छात्रसभा की अगुवाई में अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराया है। इस पर ध्यान नहीं दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
इस बारे में छात्रों का कहना कि कोरोना के कारण आम तौर से बैंकों ने बाहर ही लाइन लगान की नीति बनाई है। इस कारण वहां ग्राहकों की भीड़ लगने लगी है। इसके अलावा उनके वाहनों को फुटपाथ के अलावा और कहीं खड़ा करने की जगह ही नहीं बच रही है। इसका लाभ उठाते हुए पुलिस उन वाहनों का आन लाइन चालान कर दे रही है और लोगों को पता भी नहीं चल पर रहा है। जिलाधिकारी कार्यालय को दिए ज्ञापन में इस पुलिस के इस कृत्य को जनविरोधी बताया गया है।
इसके अलावा ज्ञापन में प्राइवेट विद्यालय द्दारा ऑनलाइन कक्षा व परीक्षा के लिए अभिभावकों पर फीस का दबाव बनाया जा रहा है। यदि फीस नही जमा करते हैं तो उनके बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। छात्रों के मुताबिक यह तो सरासर अन्याय है। मुख्यमंत्री को इस पर गौर करना चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिला कलेक्ट्रेट से पुरानी नौगढ़ कस्बे तक ओबर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है जिससे निर्माता कंपनी के भारी मशीनों के कारण पूर्व निर्मित सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है जिससे आने जाने और धूल की समस्या से जन जीवन बेहद कठिनाई में फंस गया है। इस समस्या के तत्काल हल की जरूरत है।ॽ
ज्ञापन देने वालों में समाजवादी छात्र सभा के जिला उपाध्यक्ष अनुराग कुमार “गगन” के नेतृत्व में दिया गया साथ में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शंशाक शेखर त्रिपाठी, विजय चौधरी, अनिल जयसवाल, शेख ऐजाज वारसी आदि भी शामिल रहे।