मोदी सरकार उद्योगपतियों के लिए है, गरीब, मजदूरों के साथ धोखा कर रही – रज्जन पांडेय
एम. आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर । मजदूरों के रेलवे का किराया देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं जबकि बड़े उद्योगपतियों के 68 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने के लिए पैसा है, दूसरी तरफ सरकार कोरोना के भय से भाग रहे मजदूरों को मदद देने से भाग रही है। दरअसल यह गरीब विरोधी और पूंजीपतियों की समर्थक सरकार है। यह बातें इटवा के सपा नेता जिला पंचायत सदस्य रज्जन पांडेय ने कही ।
गुरुवार को उन्हेंने कपिलवस्तु पोस्ट से बात चीत में कहा कि कोरोना महामारी के कारण लाकडाउन में फंसे गरीब मजदूरों को रेल के माध्यम से सरकार ने घर पहुंचाने का फैसला लिया। मगर केंद्र सरकार द्वारा गरीब मजदूरों से किराया वसूला जा रहा है । मोदी सरकार गरीब मजदूरों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है । लाकतंत्र में इस प्रकार का कृत्य अधिक दिन तक चलने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के उद्योगपतियों की गुलामी कर रही है, गरीबों की जान की कीमत नही समझ रही है, उन्होंने बताया कि इस महामारी के जंग में अखिलेश सिंह यादव के आह्वान पर पूरे प्रदेश में सपाईयों ने गरीबों की मदद की है । एक तरफ विपक्ष जहां अपनी भूमिका सराहनीय ढंग से नभा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार. झूठे वादे कर जनता को गुमराह कर रही है।