Big news– जीतने के बाद सतीश द्धिवेदी पहुंचे माता प्रसाद के घर,सियासी पतझड़ में बसंत का संकेत
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। राजनीति के बदलते दौर में विजेता का पराजित के घर पहुंच कर उससे आशर्वाद मांगना बहुत बड़ी बात है। लेकिन इटवा से पहली बार निर्वाचित हुए भाजपा विधायक डा. सतीश द्धिवेदी ने चुनाव में पराजित विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से आशीर्वाद लेकर भारतीय संस्कृति का उदाहरण पेश किया है। इसे राजनीतिक बयाबान में बसंत का संकेत माना जा रहा है।
बताते हैं कि जीतने के बाद गत दिवस विधायक सतीश द्धिवेदी इटवा के विधायक और इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे माता प्रसाद पांडेय के घर पहुंचे। उन्होंने पांडेय का चरण स्पर्श किया और उनसे आशीर्वाद मांगा। पांडेय के लिये यह भावुक पल था। उन्होंने खुले दिल से विधायक द्धिवेदी को आशीर्वाद दिया। माता प्रसाद ने पुरानी यादें साझा करते हुए कहा कि विरोधी को सम्मान देने की यह परम्परा लुप्त हो चली थी। लेकिन आपका आना सुखद है।
राजनीति में अब ऐसे पाल दुर्लभ हैं। पहले की बात और थी कि प्रतिद्धंदी दिन भर लड़ते थे, लेकिन कहीं मिलने पर एक दूसरे को सम्मान से नवाजते थे। लेकिल अस्सी के दशक से यह परम्परा लुप्त होनी शुरू हुई। आज तो राजनीतिक प्रतिद्धंदी एक दूसरे को देख कर मुंह घुमाते देखे जाते हैं। इस राजनीतिक क्षरण को जिले की सभी विधानसभा सीटों के चुनावी प्रतिद्धंदियों को देख कर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
राजनीतिक अवमूल्यन के इस दौर में डा. सतीश द्धिवेदी ने जिस राजनीतिक परम्परा को पुर्नजीवित किया है वो काबिले तारीफ है। उनका यह कदम सियासत के रेगिस्तान में नखलिस्तान का अहसास कराता है। समाजसेवी नईम खान उनके इस कदम की तारीफ करते हुए कहते हैं कि विधायक जी इस नये कदम के लिए बधाई के पात्र हैं। उनसे जनता को बहुत उम्मीदें हैं। थैक यू, सतीश द्धिवेदी जी।