कारोबारी प्रतिद्धंदिता बनी रमेश की हत्या की वजह, चोरी का आरोप गलत निकला

October 12, 2021 1:47 PM0 commentsViews: 1394
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रमेश हत्याकांडः मरने से पूर्व रमेश पानी मांगता रहा मगर हत्यारों ने उसे पानी तक न दिया, घटना सीसीटीवी में केद

निजाम अंसारी

रमेश के घर पर जुटी भीड़ और सपा नेता जमील सिद्दीकी

सिद्धार्थनगर। गत पंचायत चुनावों में रमेश और हत्यारोपी पंचगुलाम के परिवारोंके रिश्ते बेहद करीब थे, मगर हालात ने पलटा खाया। कारोबारी प्रतिद्धंदिता में पंचगुलाम के दिमाग में ऐसी आग लगाई, जिसे ठंडी करने के लिए रमेश के खुन की जरूरत पड़ गई। इस बात का खुलासा कल यहां बानगंगा नदी पर रमेश के अंतिम संस्कार के मौके पर उनके पिता मुरली शर्मा ने किया। आंसुओं के बीच  प्रेम और ईष्या से भरी उनकी कहानी सुन कर सभी के कलेजे हिल गये उसकी मौत पर कई बड़ी हस्तियां मौके पर पहुंचीं।।

तीन दिन पूर्व मुम्बई के भिवंडी में मिलनसार युवक रमेश की हत्या कर दी गई थी जिसका पार्थिव शरीर आज सोमवार को मुंबई से शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के चरिगवां गांव लाया गया जहां विधि विधान सांयकाल बानगंगा नदी पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।  रमेश की शवयात्रा में पूरा गांव उमड़ आया। हर कोई उसकी मौत पर अफसोस जता रहा था। लोग सवाल कर रहे थे कि  इतने अच्छे लड़के को कैसे कोई मार सकता है।  इसके जवाब में मृतक रमेश के पिता मुरली शर्मा ने बताया कि अप्रैल में हुए पंचायत चुनावों में हत्यारोपी पंचगुलाम गुप्ता के भाई राधेश्याम की पत्नी आशा देवी ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ रही थी।  रमेश ने चुनाव में में पंचगुलाम की भाभी की जमकर समर्थन किया था। इससे उसके परिवार वाले रमेश से बहुत खुश थे। चुनाव के बाद मई में  पंचगुलाम के तीसरे भाई दिलीप गुप्ता ने रमेश को साथ ले जाकर मुंबई के भिवंडी में रामगुलाम के साथ स्क्रैप के कारोबार में लगा दिया। परिजनों के मुताबिक, लगभग दो माह बाद बुद्धिमान रमेश शर्मा ने खुद के कारोबार के इरादे से पंचगुलाम गुप्ता से अलग होकर उसके बगल में ही स्क्रौप का कारोबार शुरू कर दिया।

इसके बाद से पंचगुलाम रमेश से खिन्न रहने लगा और मौका पाकर एक गत शुक्रवार की रात अपने साथियों की मदद से रमेश की हत्या कर दी। उसकी लाश शनिवार सुबह पाई गई।लेकिन पुलिस ने रमेश की हत्या के जुर्म में रामगुलाम को शनिवार को ही गिरफतार कर लिया।  थाने पर उसने मृतक रमेश पर चोरी का इल्जाम लगाया। लेकिन थर्ड डिग्री के लिए मशहूर मुम्बई पुलिस ने सच को उसी रात अगलवा लिया। बकौल रामगुलाम उसने रमेश के धोखा देकर कारोबार से अलग होने पर आक्रोश में यह कदम उठाया था। इसकिद भिवंडी की पुलिस ने रामगुलाम के 11 अन्य साथियां को हिरासत में ले लिया। पाएम रिपोर्ट में मृतक रमेश के गरदन् की हड्डी टूटी पाई गयी है। एक पैर भी टूटा मिला है।

आरोप की स्वीकारोक्ति के बाद पंचगुलाम ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की मध्यरात्रि को रमेश को धोखे से अपने रूम पर बुलाकर पंचगुलाम ने अपने साथियों के साथ मिलकर डंडे व लोहे की सरिया से बेरहमी से पीटा। इससे रमेश के गर्दन की हड्डी भी टूट गई। मृतक के पिता ने रोते हुए बताया कि पूरी घटना पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। मेरा बेटा हमलावरों से पानी मांगता रहा, लेकिन उसे पानी नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि मारपीट करते वक्त रमेश के चिलाने की आवाज को सुनकर आसपास रहने वाले लोग भी वहां पहुंचे तो आरोपित पंचगुलाम व उसके साथियों ने चोर पकड़ने की बात कही। उसके बाद शनिवार की सुबह उसे लेकर भिवंडी के इंदिरा गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

बताते चलें कि शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के चरिगवा गांव के रहने वाले 25 वर्षीय रमेश शर्मा (25) पुत्र मुरली की मुंबई में शुक्रवार की रात पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मुंबई पुलिस ने चरिगवां गांव के ही रहने वाले पंचगुलाम गुप्ता पर हत्या का केस दर्ज किया। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय ने जेल भेज दिया है, जबकि 11 अन्य लोगों को पूछताछ के लिए मुंबई के नारपोली पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है।

मृतक के पिता मुरली शर्मा ने बताया कि रमेश ने हत्यारोपित पंचगुलाम गुप्ता के भाई राधेश्याम की पत्नी आशा के ग्राम प्रधान पद के लिए चुनाव में समर्थन किया था। पंचगुलाम गुप्ता के भाई दिलीप गुप्ता ने रमेश को चुनाव के बाद अपने साथ ले जाकर मुंबई के भिवंडी में स्क्रैप के कारोबार में लगा दिया। परिजनों के मुताबिक, लगभग दो माह बाद रमेश शर्मा हत्यारोपित पंचगुलाम गुप्ता से अलग होकर बगल में ही अपना स्क्रैप का ही काम करने लगे। यह बात पंचगुलाम को पसंद नहीं आयी।

आरोप है कि उसके प्रतिशोध में शुक्रवार की मध्यरात्रि को रमेश को धोखे से अपने रूम पर बुलाकर पंचगुलाम ने अपने साथियों के साथ मिलकर डंडे व लोहे की सरिया से बेरहमी से पीटा। इससे रमेश के एक पैर में काफी चोटें आईं और गर्दन की हड्डी भी टूट गई। मृतक के पिता ने रोते हुए बताया कि पूरी घटना पास में ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। मेरा बेटा हमलावरों से पानी मांगता रहा, लेकिन उसे पानी नहीं दिया गया।

मारपीट करते वक्त रमेश के चिलाने की आवाज को सुनकर आसपास रहने वाले लोग भी वहां पहुंचे तो आरोपित पंचगुलाम व उसके साथियों ने चोर पकड़ने की बात कही। उसके बाद शनिवार की सुबह उसे लेकर भिवंडी के इंदिरा गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

कौन कौन पहुंचे—

रमेश की हत्या पर उसके घर सांत्वना देने  अथवा अंतिम संस्कार में  शोहरतगढ़ विधायक अमर सिंह चौधरी इसके अलावा समाजसेवी डा. सरफराजअंसारी व जमील सिद्दीकी उनके घर पहुंवे। सभी ने  रमेश शर्मा के परिवार को सरकार से सहयोग दिलाने का आश्वासन दिया।  अगे कहा कि हत्या में सभी आरोपियों को सजा दिलाने में प्रयास किया जाएगा। ।मौके पर मौजूद लोगों के जुबान पर एक नाम गूंज रहा था।रमेश सरल स्वभाव,ईमानदार, युवा खिलाड़ी,युवा समाजसेवी, राष्ट्रवादी विचार धारा के थे।

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