शोहरतगढ़ः फेल हुई जन वितरण प्रणाली, शिकायत और जांच बेअसर
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। लॉक डाउन की घोषणा के साथ ही साथ प्रदेश सरकार ने नागरिकों की सहायता के लिये सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जनता को फ्री राशन उपलब्ध कराया जा रहा है, मगर शोहरतगढ़ तहसील में कोटेदारों के भ्रष्टाचार ने शासन की मंशा को तार तार हो रही है। जिसे रोकने का कोई प्रयास कारगर नही हे रही है।
बताया जाता है कि लकडाउन के समय शासन द्धारा गरीबों के लिए जन वितरण प्रणाली के तहत गेहूं, चावल के साथ ही दाल व चना देने का इंतजाम किया गया था, लेकिन शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय व क्षेत्र के कई गांव में जनता को न दाल मिली और न ही चना। सबसे तकलीफ की बात यह है कि जो कोटेदारों कुछ वितरण कर भी रहे, वो बीस से पच्चीस रुपया प्रति राशन कार्ड अलग से ही वसूल रहे है।
दशकों से चली आ रही भ्रष्टाचार की इस परम्परा को तोड़ने के लिए कस्बे के अधिवक्ता नगेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की शिकायत पर गत दिवस उपनगर के एक कोटेदार अल्ताफ हुसैन की जांच की गई। शरदा पब्लिक स्कूल में हुई जांच के दौरान लोग दो खमे में बंटे रहे। एक पक्ष कह रहा था कि कोटेदार समय पर राशन देता है, जबकि दूसरी पक्ष भ्रष्टाचार के आरोपों पर डटा रहा।
इस मामले में पूर्ति निरीक्षक का कहना है कि वह पूरे मामले की रिपोर्ट जल्दी ही तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज देंगे।यानी मामला फिर वहीं ढाक के तीन पात का ही निकलेगा। ऐसी जांचों में कोटेदार अक्सर बचता देखा गया है।
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