इतने जहरीले संप ने डंसा कि मौत से पहले पानी की गुहार तक न लगा सका अशर्फी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। कहते है कि कभी काभी सांप का जहर इतना भयाका होता है कि उसका उंसा पानी भी नहीं मांग पाता।। शोहरतगढ़ तहसील अन्तर्गत ग्राम डबरा नानकार निवासी अशर्फी यादव पुत्र मुसे यादव के साथ ऐसा ही हादसा हुआ। उसकी कल सुबह खेत में सांप कटने से मौत हो गई। अशर्फी की उम्र लगभग 5० वर्ष बताई जाती है। सांप इतना जहरीला था कि मृतक ने धटनास्थल पर ही तड़प कर दम तोड़ दिया। इससे यह कहावत सच साबित हुई की कि सांप का डंसा वकई पानी तक न मांग सका।
मृतक के पुत्र राजेश यादव ने बताया कि सुबह 8बजे उनके पिता खेत में काम करने गये थे। कम करते समय फसल के बीच बैठे सांप ने उसे ड़ंस लिया। सांप इतना जहरीला था कि उसके पिता किसी को मदद के लिए भी न पुकार सके और खेत में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। बाद में पिता के खेत में मृत पड़े होने की खबर उन सबको मिली।
राजेश न बताया कि उसकी मां अनारकली कि मृत्यु पहले हो चुकी है। हमलोग रमेश, राजेश और दिनेश 3 भाई है। राजेश ने इसकी सूचना तत्काल थाने पर दी। धटना कि सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने लाश के पोस्टमार्टम कराने का निर्देया दिया ताकि प्रभावित परिवार को मा0मुख्य मंत्री किसान दुर्घटना योजना में 5लाख अनुदान धन राशि तत्काल दिलाई जा सके।