डीएम साहब हमारे गांव के लिए कुछ कीजिए, सियासी जमूरों पर अब विश्वास नहीं
— चिल्हिया क्षेत्र के ग्राम गौरा बाजार, अलीदापुर, पल्टादेवी, सीतारामपुर आदि की दशा नरक से बदतर
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। स्थानीय विधासभा क्षेत्र के कई गांवों और सड़कों की हालत बेहद खराब है। जिससे कहीं भी आना जाना दुश्वार हो गया है। क्षेत्र के विधायक और अन्य जन प्रतिनिधियों ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। अब निराश गांव वालों की सारी उम्मीदें कलक्टर साहब पर टिकी हैं। उनका कहना है कि डीएम साहब ही कुछ करा सकते हैं, वे कहते हैं कि हमे राजनीतिक जमूरों पर अब जरा भी विश्वास नहीं है।
गोल्हौरा मुस्तहकम का कोई पुरसाहाल नहीं
जानकारी के अनुसार शोहरतगढ़-बढ़नी मार्ग पर बसे गांव गोल्हौरा की हालत वर्तमान में इयनीय है। गोल्हौरा मुस्तहकम, खड़कुइयां नानकार मार्ग बालू से लदी ट्रकों टैक्टर ट्राली आदि के चलने से टूट फेट गया है, जिससे एक किमी की भी यात्रा करना दस किमी के बराबर हो गया है। इस पर अब मोटर साइकिल से चलना दुर्घटना को दावत देना है।
इसी बीच बानगंगा नहर की चंपापुर माइनर पे गोलहुरा मुस्तहकम के पास बना नहर का पल अवर लोड गाड़ियों के आने जाने के कारण १७ जून को टूट गया, जिससे आवागमन की दिक्कत और बढ़ गई। हालांकि सिंचाई विभाग ने इस समस्या का का अस्थाई समाधान कर दिया है, बड़ बरसात होने पर हालत और खराब होंगे, ऐसा क्षेत्र के लोगों का कहना है। गोल्हौरा निवासी वसीम मलिक कहते है कि अब तो प्रशासनिक अफसरों और सियासत दानों पर भरेसा नही रह गया है। डीएम साहब अगर चाहें तो व्यक्तिगत रूचि लेकर समस्या से निजात दिला सकते हैं।
कौन समझेगा चिल्हिया का दर्द?
इसी तरह थाना चिल्हिया के बगल से ही पल्टादेवी पीठ को जाने वाली सड़क पर चिल्हिया पूर्व माध्यमिक विद्यालय से तकरीबन 200 फिट की दूरी टूट कर गन्दे पानी और कीचड़ का तालाब बन चुकी है। इस मार्ग से हजारों लोग रोजाना अपनी दैनिक आवश्यकताओं के लिए घर से निकलते हैं। इस रोड के अलावा कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है आबादी के बीचों बीच यहां जलभराव है साल के छः महीने रहता है।
इस साल की बारिश चिल्हिया कस्बा एक बार फिर चिल्हिया कस्बा का हल बदहाल हो चुका है। बारिश ने शहर में जलनिकासी की पोल खोल दी है। अधिकाश सड़कों पर पानी जमा हो गया है। जलनिकासी न होने से राहगीरों को कीचड़ एवं पानी के बीच से से होकर यात्रा पूरी करनी पड़ रही है। जिससे भयानक एक्सीडेंट होने की सम्भावना बनी रहती है। इसी रोड पर तीन तीन विद्यालय के बच्चों का आना जाना होता था ।
बता दें कि चिल्हिया तिराहे से आगे पैदल और दो पहिया वाहनों से चलना मुश्किल हो गया है। सड़क पर बने गड्ढों में पानी भर गया है। पानी भर गया है। अक्सर देखा जाता है बारिश की वजह से गड्ढे बन जाने से तालाब बनी सड़कों में भयानक एक्सीडेंट होते हैं, लेकिन जिम्मेदार हमेशा चुप रहते हैं? यही नहीं चिल्हिया क्षेत्र के गौरा अलीदापुर, पलटा देवी मंदिर क्षेत्र, सीतारामपुर आदि स्थानों के जागरूक लोगों प्रधानसंघ जिला उपाध्यक्ष जफर आलम, रामपाल सिंह, मुकेश वर्मा, संजय गुप्ता, मन्नू सिंह, शौकत अली, अज़ीज़ प्रधान निज़ाम अहमद आदि लोगों ने जिले के मुखिया से रोड की मरम्मत करवाने की अपील की है।