चारदीवारी तोड़ कर गंदा पानी सड़क पर बहा रही सदर थाने की पुलिस
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। कहते है कि जब मेड़ ही खेत खने लगे तो किसान का बंटाधार तय है। इसी तर्ज पर सिद्धार्थनगर थाने की पुलिस भी काम करने लगी है। वह थाने की बाउंड्रीवाल तोड़ कर गंदा पानी सड़क के दूसरी ओर गिरा रही है। इससे पूरे मुहल्ले के नागरिक परेशान हैं मगर कानून के रक्षकों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
बताया जाता है कि थाने की पश्चिमी बाउंड्री को तोड़ कर पुलिस वालों ने पानी किलने के लिए सड़क को भी तोड़ डाला और पानी दूसरी तरफ की नाली में गिरा रहे हैं। इस कारण वहां से गुजरने वाले सिविल लाइन वार्ड के नागरिक परेशान हैं। नागरिकों का कहना है कि सड़क से गुरने वाले वाहनों से उठने वाले गंदे छींटों से अक्सर उनके कपड़े खराब हो जाते हैं। मानी में मल मूत्र हाने की आशंका से उनको अकारण नहीना भी पउ़ता है।
यही नहीं बाउंड्री से निकला गंदा पानी सड़क के परस जमा रहता है। जिनमें बदबू तो उठती ही है बीमारियों का खतरा बना रहता है। सिसहनिया मुहल्ले के लोग इससे काफी प्रभावित हैं। उनके छोटे बच्चे कई बार बहते पानी में फिसल कर गिर भी चुके हैं। गामीणों का कहना है कि मामला थाने से जुड़ा होने के कारण कोई दहशत डर के कारण शिकायत भी नहीं कर सकता। जबकि इससे यह कार्य गरकानूनी है। सवाल है कि जब पुलिसजन ही कानून तोड़ेंगे तो समाज में अराजकता रोकने का काम कैसे करेंगे।