नई पहलः दिन में बही साहित्य की शीतल बहार, रात को मुशायरे ने बांधा समां
—- इटवा जैसी छोटी जगह पर पहली बार आयोजित इस तरह के कार्यक्रम ने सुखद अनुभूति कराई़- माता प्रसाद पांडेय
एम. आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर।यूथ एजुकेशन एंड एम्पावरमेंट फाउंडेशन के तत्वाधान में रविवार को सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा कस्बा स्थित वेलकम मैरेज हाल में सिद्धार्थनगर साहित्य एवं कवि सम्मेलनएवं मुशायरा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में लखनऊ, दिल्ली एंव मुम्बई सहित विभिन्न शहरो से साहित्यकार , रचनाकार , पत्रकार, कवि, कवयित्रियां व बाल कलाकारो सहित विभिन्न राजनीतिक दलो के नेता व समाजसेवी ने कार्यक्रम में शिरकत किया। इटवा में हुई इस लई पहल में दिन के सत्र में वक्ताओं ने जहां समाज को दिशा दी, वहीं रात में कविसम्मेलन और मुशायरे में अदब की स्वर लहरी ने खूब समां बांधा।
सिद्धार्थनगर साहित्य सम्मेलन में राजनीतिक, साहित्यिक, राजनीतिक व सामाजिक परिचर्चा, मार्शल आर्ट ड्रिल (सशक्त बेटी), बाल कलाकारों द्वारा नृत्य, सम्मान समारोह मुख्य आकर्षण रहा। मंच पर अतिथि के रूप में विराजमान भाजपा नेता शिवनाथ चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि आयोजक मंडल का यह प्रयास काफी सराहनीय है इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए, जिससे साहित्य व कला एवं लेखन को बढ़ावा मिलेगा।
इसी क्रम में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता प्रतीक राय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम व आयोजक की जितनी तारीफ की जाय उतनी कम है। प्रसिद्ध बाल कलाकर वगीसा पंत व प्रणिका श्रीवास्तव ने नृत्य कर लोगो का मन मोह लिया। मंच पर ताइक्वांडों के खिलाड़ियों ने कौशल का परिचय दिया।
रविवार की पूरी रात एक शाम शहीदों के नाम- कवि सम्मेलन व मुशायरा के नाम रहा। जिसमें प्रख्यात शायर अज़्म शाकिरी, हाशिम फिरोजाबादी, हाशिम नोमानी, हिदायतुल्लाह शम्सी, अंकित द्विवेदी कवियत्री चान्दनी शबनम, गुले सबा, फलक, सलोनी राना आदि ने अपने कविताओं एंव रचनाओं से लोगों का दिल मोह लिया।
कार्यक्रम में मुख्य-अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय के हाथों क्षेत्र के प्रबुद्धजनों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने पर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में उन्हो़ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर कार्यक्रम के आयोजक अहसन जमील अहमद, रऊफ चौधरी एंव समस्त कार्यकारिणी सदस्यों के इस प्रयास की जमकर तारीफ की । उन्होने कहा की इटवा जैसे छोटे कस्बे में इस तरह के कार्यक्रम सबसे अलग व हटकर हैं। जिसमें पत्रकार, साहित्यकार, बाल कलाकर, लेखक, कवियों आदि को एक मंच पर जो लाने का काम किया गया है वहा अपने आप में काबिलेतारीफ है।
कार्यक्रम का संचालन सगीर खाकसार ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में अफ़रोज़ मलिक, मनोज सिंह, कारवां के पत्रकार तुषार धारा, अजय प्रकाश, साजिद इलियास, रिहाई मंच के अध्यक्ष शोएब अहमद, डॉ. ऋचा आर्या, इं जुबेर अहमद आदि रहे।
कार्यक्रम में अहसन जमील खान, नसीम अहमद, आरिफ मकसूद, प्रतीक राय शर्मा, शिव नाथ चौधरी, राहिब रिज़वी रिजवी, बागीसा पंत,डा.जंगबहादुर चौधरी, सलाम सिद्धार्थनगरी, इकराम खान, बेचई यादव, बबलू खान,बलराम त्रिपाठी, जी .एच .कादिर, अमित दूबे अध्यापक, शिव कुमार वर्मा, नादिर सलाम, अब्दुल हमीद आदि लोग मौजूद रहे ।