आंनदनगर नगर पंचायत में दिन के उजाले में लाइट जला कर शासकीय धन का किया जा रहा दुरुपयोग
अभिषेक अग्रहरि की रिर्पोट
महाराजगंज जनपद के आदर्शनगर पंचायत आनंदनगर फरेन्दा शहर के प्रमुख चौराहा विष्णु मंदिर स्थिति बिजली विभाग के पोलों पर दिन के उजाले में ही जल रहे है। जिम्मेदार लोग बेखबर होकर खर्राटे भर रहे हैं। एक तरफ देश व प्रदेश सरकार विकास और सुव्यवस्था के लिए करोड़ों रुपए व्यय कर रही हैं और दूसरी तरफ नगर पंचाायत प्रशासन उसके दुरुपयोग में लगा है।
बताते चलें कि फरेन्दा तहसील की आनंदनगर कस्बे को नवंबर 1979 में नगर विकास मंत्री सत्य प्रकाश मालवीय द्वारा नगर पंचायत घोषित किया गया । जिसमें 9 वार्ड सम्मिलित किए गए । बाद में 11 वार्डों में नगर पंचायत आनंदनगर को विभाजित किया गया । जिस के क्रम में अंबेडकर नगर, लाला टोला,विकास नगर, चौरहिया गोला, सुभाष नगर, सिविल लाइन,लोहिया मार्केट, रहमान मार्केट, शास्त्री नगर, मिल कॉलोनी तथा फत्तू मल का टोला जिसकी कुल आबादी 10,116 है ।
उल्लेखनीय है कि 1979 से लगायत अक्टूबर 1988 तक नगर पंचायत अध्यक्ष का कार्य उप जिलाधिकारी बतौर प्रशासक के रूप में करते रहे। मगर 1988 में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत नगर पंचायत के चुनाव हुए जिसमें जय प्रकाश लाल प्रथम अध्यक्ष निर्वाचित हुए । तब से निर्वाचन का यह सिलसिला चलता रहा जिसके क्रम में 1994 में विभूति राम को 2001 में हुमैरा खातून 2006 में अशोक जायसवाल 2012 में विनोद गुप्ता चुनाव में निर्वाचित हुए एवं वर्तमान में राजेश जायसवाल आदर्श नगर पंचायत आनंद नगर के अध्यक्ष है।
लंबी जद्दोजहद के बाद नगर पंचायत आनंद नगर में नगर के 11 वार्डों सहित 22 गांव नगर पालिका में सम्मिलित किए गए । यह सब ऐसा इसलिए हुआ ताकि नगर पंचायत सहित गांव का सुदृढ़ एवं समुन्नत विकास हो सके । सरकार की मंशा यह है कि इन गांव में सरकार की समस्त योजनाओं का किर्यान्वन कर लोगों की दशा सुधारा जा सके।
गौरतलब है आदर्श नगर पंचायत में विस्तारीकरण योजना के तहत नगर एवं इर्द-गिर्द जहां रोशनी की व्यवस्था की गई है ।वही जिम्मेदारों द्वारा रात के अंधेरे को कौन कहे दिन के उजाले में भी विद्युत विभाग की रोशनी जगमगा रही है। जिसका नतीजा यह है कि राजस्व की भारी क्षति हो रही है जिसका सीधा असर आम नागरिक के जेब ऊपर पड़ेगा।
इस बाबत पूछे जाने पर आदर्श नगर पंचायत आनंद नगर के अध्यक्ष राजेश जायसवाल ने कहा कि कनेक्शन अभी सही नहीं हो पाया है । इसलिए मजबूरी में दिन और रात लाइट जल रही है। विद्युत विभाग के लोग सही ढंग से खम्मा आदि पर तार व्यवस्थित नहीं कर पाए है। जिसके कारण बल्ब दिन रात जल रहे हैं जल्दी ही ठीक हो जाएगा।