इटवा मर्डर मिस्ट्रीः क्या 15 वर्षीया कान्वेंट छात्रा साक्षी पांडेय को जहर देकर मारा गया?
— गांव में न रहने वाली 15 साल की लड़की को गांव का कोई आदमी जहर क्यों देना चाहेगा?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। इटवा तहसील के त्रिलोकपूर थाना अंतर्गत डोमसरा गांव की कान्वेंट की छात्रा साक्षी पांडेय की रहस्यमय मौत एक बार सुर्खियों में है। साक्षी के पिता चतुर्भुजी पांडेय ने उसकी मौत को सुनियोजित हत्या बताते हुए मामले को सनसनीखेज मोड़ दे दिया है। लेकिन वे हत्या के कारण अथवा हत्यारों की ओर इशारा नही कर पाये हैं। अब यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में है।
अखिर साक्षी को जहर देने का कारण क्या है ?
चतुर्भुज पांडेय का आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने उनकी नाबालिग बेटी को जहर खिला कर हत्या की है। इस बारे में उन्होंने त्रिलोकपुर थाने को तहरीर देकर कहा है कि घटना की रात उनके घर में घुस कर कुछ लोगों ने साक्षी को जबरदस्ती जहर खिलाया और फरार हो गये। लेकिन आश्चर्य की बात है कि परिवारीजन साक्षी को जहर देने का कारण नहीं बता रहे या फिर कुछ ऐसा जरूर है जिसे वे छिपा रहे हैं।इस मामले को लेकर उन्होंने त्रिलोकपुर थाने में तहरीर दी है. जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर ली है ।
बताते चलें कि 15 साल की साक्षी बस्ती के एक कान्वेंट स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा थी। लॉकडाउन में स्कूल बंद होने से वह गांव आई हुई थी। गांव में घर पर केवल उसके 80 वर्षीय बाबा ही रहते थे, परिवार के बाकी सदस्य लखनऊ में हैं।
क्या है पूरा प्रकरण
गौरतलब है कि 13 सितंबर की रात साक्षी की हालत अचानक बिगड़ने लगी। स्थिति खराब होते देख पर उसे बेवां अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे बस्ती रेफर कर दिया। वहीं पर इलाज के दौरान साक्षी की मौत हो गई। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम करा कर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद गत दिवस उनके पिता ने इसे हत्या का प्रकरण बता कर पुलिस से मदद की गुहार लगाई।
थानाध्यक्ष ने कहा
इस प्रकरण में थानाध्यक्ष त्रिलोकपुर रणधीर कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्जकर विवेचना की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम बस्ती में हुआ है, जहां से रिपोर्ट मंगाकर आगे की कार्रवाई जाएगी। थानाध्यक्ष मिश्रा एक सुलझे हुए थानाध्यक्ष हैं। सो वे अभी कुछ कयास लगाने से पहले पीएम रिपोर्ट के इंतजार में हैं।
लेकिन यह सवाल कायम है कि साक्षी को जहर देकर मारने के पीछे कौन से कारण थे। क्या वाकई परिजनों को कुछ जानकारी नहीं है अथवा वे मान अपमान के भय से कुछ छिपा रहे हैं। साक्षी गांव में रहती नहीं थी। इसलिए गांव में प्रेम प्रसंग भी संभव नहीं है। तो फिर कारण क्या है, इसके जवाब के लिए बरीकी से जांच जरूरी है।