वर्षों से लंबित पड़ी ग्राम जमुनी के तालाब पर अतिक्रमण को लेकर तहसीलदार और भाकियू आमने सामने
लगभग 1 दर्जन से अधिक अतिक्रमणकारियों से खाली कराई गई सरकारी तालाब की भूमि – तहसीलदार
अस्थायी अतिक्रमण को हटाने पर रहा जोर स्थायी अतिक्रमणकारियों पर मेहरबान रहा प्रशासन – भाकियू नेता श्रवन
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़ तहसील मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर ग्राम जमुनी के सरकारी तालाब पर गाँव के ही लगभग 2 दर्जन लोगों द्वारा स्थायी और अस्थाई रूप से अतिक्रमण लगभग तीन सालों से है जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के लोग लगातर धरना प्रदर्शन कर अतिक्रमण को हटवाने को लेकर धरना प्रदर्शन करते चले आ रहे हैं। लकिन इस बार इस मुद्दे को लेकर भाकियू और तहसीलदार आमने सामने आते दिख रहे हैं।
अभी हाल ही में शोहरतगढ़ तहसीलदार धर्मवीर भारती द्वारा कार्यभार ग्रहण करने पर लोगों में इस बात की आशा जगी कि अब इंसाफ होगा इसके लिए किसान यूनियन ने जिलाधिकारी से मिलकर सरकारी तालाब से अतिक्रमण हटवाने को लेकर मुलाकात की, जिस पर जिलाधिकारी दीपक मीणा ने इस प्रकरण पर जल्द कार्यवाही का भरोसा दिया फलस्वरूप एक सप्ताह पूर्व तहसीलदार ने ग्राम जमुनी के सरकारी तालाब का मुआयना किया और अवैध अतिक्रमण का चिन्हांकन किया और रविवार को पूरी तैयारी के साथ जमुनी में सरकारी तालाब से अतिक्रमण हटवा गया।
लेकिन इस कार्यवाही से किसान यूनियन खुश नहीं है किसान नेता श्रवन ने तहसीलदार पर आरोप लगाया है कि अवैध स्थायी निर्माण कर चुके लोगों पर तहसीलदार ने कार्यवाही नहीं की जिसको लेकर सोमवार का महापंचायत लगाकर उनकी कार्यवाही का विरोध किया ।महापंचायत में अन्य कई मांगों के साथ 255 क से पूरी तरीके से अतिक्रमण हटवाने का मुद्दा प्रमुख रहा।