इटवा एसडीएम ने छेड़ रखा है अवैध धंधों के खिलाफ जंग, रोज कर रहे छापेमारी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिले के इटवा तीहसील के एसडीएम त्रिभुवन कुमार ने क्षेत्र के कई अवैध धंधों और लापरवाह सरकारी कर्मचारियों पर नकेल कसने के लिए जंग लड़ रहे हैं। लगातार छापेमारी में वे सरकारी गल्ले की दुकानों में गड़बड़ी, प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की गैरहाजिरी व बच्चों की संख्या में अंतर, अवैद्य बालू व मिटटी खनन सहित लापरवाह सरकारी कर्मचारियों के वेतन काटनें से इटवा क्षेत्र के कालाबाजारियों, कारोबारियों और समय से ड्यूटी न करने वाले कर्मचारियों में दहशत का माहौल बन रहा है।
जानकारी अनुसार इटवा एसडीएम त्रिभुवन कुमार ने क्षेत्र के किसान ब्रिक फील्ड भेलौहा भटठे का निरीक्षण किया। भटठे का रायल्टी जमा न होने के कारण 1,25,000/- जुर्माना और भटठे पर मौजूद सभी ईंटों को सीज कर दिया। इसके बाद एक प्राथमिक विद्यालय के पर नामांकित बच्चों की संख्या अनुरूप कम बच्चों के मिलने पर नाराजगी जताई और गैर हाजिर शिक्षा मित्र का वेतन काटने का आदेश निर्देश दिया।
यही नहीं दो दिन पहले एसडीएम ने अवैध बालू खनन कर भंडारण की शिकायत पर पुलिस र्फोस के साथ कस्बे के चौधरी विल्डिंग मैटेरियल व खान विल्डिंग मैटेरियल के यहां छापा मारा और खनन विभाग का एमएम 11 रसीद न मिलने पर लगभग 55 एम क्यूब अवैध बालू भंडारण को सीज करते हुए दोनों के खिलाफ 50 हजार का जुर्माना लगा दिया है।
इससे पहले 21 नवम्बर को इटवा ब्लाक के बीईओ को गैर हाजिर मिलने पर वेतन रोकने का संस्तुति और कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उसी क्षेत्र के जूड़ीकुइंया प्राथमिक विद्यालय का 9:30 बजे औचक निरीक्षण किया था तो दो शिक्षा मित्र सहित प्रधानाध्यापक भी गायब मिले थे और नामांकित बच्चों 102 के सापेक्ष 6 मिले थे। जिस पर एसडीएम ने आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिे दिये थे।
सोचने की बात है कि जिले के इटवा तहसील के एसडीएम त्रिभुवन कुमार अपने पूरे क्षेत्र में अवैध कारोबारियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं और अपने स्तर से कार्यवाई भी कर रहे है। मगर सोचने की बात है कि जिले में इटवा तहसील के अलावा नौगढ़, शोहरतगढ़, डुमरियागंज, बांसी और पांच ताहसीलें है और इन सभी तहसीलों पर भी एसडीएम तैनात है। लेकिन इन क्षेत्रों में ऐसी कोई छापेमारी सामने नजर नहीं आई।
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प्रेस नोट/ बसपा