ध्रुव यादव कांड: इटवा के पत्रकारों ने प्रदर्शन कर सौपा ज्ञापन, जांच की मांग
एम.आरिफ
इटवा, सिद्धार्थनगर। कपिलवस्तु के पत्रकार ध्रुव यादव को फर्जी मुकदमें में बार्डर पर तैनात एसएसबी द्वारा जेल भेजने की विरोध में पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले इटवा तहसील क्षेत्र के पत्रकारों ने शनिवार को लामबन्द होकर तहसील हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन किया, तथा तहसीलदार इटवा मेवालाल व नायब तहसीलदार अनिल कुमार पाठक के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
जानकारी के मुताबिक तहसील के सभी ग्रामीण पत्रकार आज सुबह 10 बजे इटवा में इक्टठा हुए उन्होंने मुख्यालय पर रूट मार्च किया। पत्रकारों ने आरोप लगाया कि अमर उजाला के नेपाल बार्डर पत्रकार ध्रुव यादव एसएसबी के तस्करी के कराने के नेटवर्क का भांडा फोड कर रहे थे। इसलिए एसएसबी ने 20 नवम्बर को दिन में 3.30 बजे उन्हें सरे सडक उठा कर रात में तस्करी के आरोप में जेल भेज दिया।
पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि एसएसबी कर्मियों ने खुन्नस में आकर बार्डर क्षेत्र की खबरों को उठाने वाले पत्रकार ध्रुव यादव को फर्जी तरीके से चरस तस्करी के आरोप में जेल भेजने का काम किया है। जिससे पूरा पत्रकार जगत व आम जनमानस आहत है। यदि जल्द पत्रकार ध्रुव यादव की रिहाई नहीं की गई तो सभी कलमकार पत्रकार व्यापक आन्दोलन को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पत्रकार बलराम त्रिपाठी, मुकेश मिश्रा, जटाशंकर सोनी, अंबिका मिश्रा, एम. आरिफ, शिवकुमार चैबे, धर्मेंन्द्र त्रिपाठी, मुकेश मिश्रा, नन्दलाल सोनी, जंगबहादुर चैधरी, अब्दुल कुद्दूस, एजाज सिद्दीकी, निसार अहमद, आदि लोग शामिल रहें।