कोरोना संक्रमण से शोहरतगढ़ संवेदनशील बना, ड्रोन से निगरानी, जिम्मेदार कौन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के प्रमुख टाउन शोहरतगढ़ में कोरोना के तीन और मरीज पाये गये हैं। करोना संक्रमण के चलते उपनगर की हालत भयानक रूप से खतरनाक होती जा रही है। स्थिति इतनी भयानक है कि उपनगर की निगरानी ड्रोन कैमरे शुरू कर दी गई है। पिछले पांच दिनों में उपनगर में 45 मरीज मिल चुके हैं। जिससे लोगों में दहशत है। समूचा टाउन वीरान नजर आने लगा है। उपनगर को इस हालत तक पहुंचाने का जिम्मेदार कौन है, कहते हैं इसे कस्बावासी अच्छी तरह जान रहे हैं। कोरोना के कहर की चपेट में इस समय हिंदू युवा वाहिनी के एक बड़े नेता और नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि तो हैं ही, खुद नगर पंचायत अध्यक्षा भी कोरोना की चपेट में हैं। उनके बेटे सहित परिवार के कई लोग संक्रमित हो चुके हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से जारी होने वाले प्रेसनोट का निरीक्षण करने पर एक बात साफ हो जाती है कि सर्वाधिक संक्रमण सुभाष नगर में है। इस वार्ड में 15 लोग कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं, जिसमें पांच हियुवा नेता व नगर पंचायत अध्यक्ष के परिवार से हैं। इसके बाद दूसरा नम्बर नगर पंचायत कार्यालय का है। इस कार्यालय में तकरीबन 15 कर्मी भी कोरोना पाजिटिव गये हैं। इस प्रकार उपनगर के 45 कोरोना संक्रमितों में 30 या उससे कुछ अधिक संक्रमित वे लोग हैं, जो किसी न किसी रूप से नगर पंचायत कार्यालय से सम्बन्धित हैं।
इस स्थिति से शहर में दहशत फैल गई है। समझदार लोग बताते हैं कि उपनगर में कोरोना संक्रमण अब सामुदायिक रूप लेने वाला है। स्थिति यह है कि कस्बा वीरान लगता है। ड्रोन कैमरे से शहर की निगरानी से माैल में और भी दहशत बिखेर दी है। बैंक कर्मी सर्वाधिक डरे हुए हैं। उनका कहना है कि सर्वाधिक लोग पिछले कुछ दिनों में बैंक में आये हैं।
कैसे बढ़ा कोरोना, जिम्मेदार कौन?
अब सवाल है कि यह उपनगर में तेजी से क्यों और कैसे बढ़ा। इस बारे में शोहरतगढ़ के एक प्रभावशाली व्यक्ति का नाम लिया जा रहा है। आम चर्चा है कि संक्रमित होते हुउ भी उन्होंने मामले को छिपाया, कोरोना टेस्ट के दौरान बचने का प्रयास किया। मगर अन्ततः हालात बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए भर्ती होना ही पड़ा। ऐसे में जब एक समझदार व्यक्ति ऐसी हरकत करेगा तो संक्रमण बढ़ेगा ही।
ऐसे में क्या करें उपनगरवासी
कोरोना के पस कहर से बचने के लिए कस्बावासियों का विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्हें चाहिए कि वह बहत जररूरत पडने पर ही घर से बाहर निकलें, वो भी मास्क पहन कर और हाथ में सेनेटाइजर लगा कर सा दास्ताने पहन कर। शारीरिक रूप से कमजोर या बृद्ध लोग इम्युनिटी मजबूत बनाने की औषघि और बिटामिन डाक्टरों की सलाह से लें गुनगुना और नीबू का इस्तेमाल करें तथा परिवार में भी लोग एक दूसरे से उचित दूरी बनाएं। यह कोरोना का इलाज तो नहीं, मगर उससे बचाव में सहायक है।