त्वरित टिप्पणीः शोहरतगढ़ समाजवादी खेमे के हालात बदतर, बांस न बंसवार सपाइयों में लठ्ठम लठ्ठ
— लोगों की माने तो यह टिकट के लिए अभी से शक्ति प्रदर्शन की शुरुआत है
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सोमवार को किसानों जवानों की समस्या को लेकर जिले में भर में सपाइयों ने प्रदर्शन किया। लेकिन शोहरतगढ़ के सपाइयों की आपसी कलह के चलते किसानों, जवानों, कामगारों के लिए जंग के बजाये आपस में पहलवानी अधिक दिखी। सपा अभी सत्ता से बाहर है। उसके नेता अखिलेश यादव आने वाले दिनों में सरकार बनाने के लिए संघर्षरत हैं। मतलब अभी सपा के पास न बांस है न बांस के जंगल, लेकिन शोहरतगढ़ के मुकामी नेता सत्ता की आहट सुन अभी से आपस में लाठियां भांजने लगे हैं।
सोमवार के प्रदर्शन के दौरान शोहरतगढ़ में सपाइयों में खेमेबाजी चर्चा का विषय रही। नगर में राजनैतिक समझ रखने वाले लोग सह कहते देखे गये कि सत्ता में रह कर लोगों का स्वार्थ के वशीभूत मतभिन्नता समझ में आती है। लेकिन पार्टी के बुरे वक्त और संघर्षकाल में यही मतभिन्नता पार्टी की कमजोरी बन जाती है। पार्टी के उठान के दौर में कल की घटना से सपा के गैररजनीतिक समर्थक बहुत हताश हैं। वही लोग कहते हैं कि यहां सपा के पास न बांस है न ही बंसवार है मगर लठ्ठम लठ्ठ शुरू हो गया है। कुछ लोग साफ कहते हैं कि अलग अलग प्रदर्शन वास्तव में अभी से टिकट के लिए होने वाला शक्ति प्रदर्शन है।
सोमवार को प्रदर्शन में गत विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उग्रसेन सिंह के नेतृत्व में जहां हरिनारायण यादव, वीरेन्द्र तिवारी, रवि चौधरी, महिला आयोग की दो पूर्व सदस्य जुबैदा चौधरी, इन्द्रसना त्रिपाठी, अल्पसंख्यक सेल के इब्राहीम बाबा, सपा नेता प्रदीप पथरकट, युवा विंग, के आशीष अग्रहरि, सपा नेता सत्या सिंह, आदि रहे तो पूर्व नपा अध्यक्ष जमील सिद्दीकी की अगुवाई वाले प्रदर्शन में हरिराम यादव, संजीव जायसवाल, सभासद बाबूजी अंसारी, युवा नेता सैयद खान, छात्र नेता शहजाद खान, अतुल पांडेय, नीरज यादव व राहुल शर्मा आदि रहे। दोनों गुटों ने अलग अलग ज्ञापन भी दिया।
मेरे लिए पार्टी का आदेश सर्वोपरि है- उग्रसेन सिंह
इस बारे में बात करने पर सपा से पिछला चुनाव लड़ चुके उग्रसेन सिंह ने कहा कि पार्टी के आला कमान के मुताबिक आयोजन विधानसभा क्षेत्र प्रभारी को करना था, जो मैने किया। इस विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ सपाईयों ने मुझ में विश्वास किया और आये। कुछ लोग क्यों नहीं आये, सह वहीं बता सके हैं। मेरा विश्वास पार्टी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जी में है। मै उन्हीं के निर्देश पर चल रहा हूं। आगे भी चलता रहूंगा।
कार्यक्रम स्थल छोटा था, इसलिए मजबूरी थी- जमील सिद्दीकी
इस बारे में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जमील सिद्दीकी का कहना था कि पर्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। अलग कार्यक्रम के बारे में उनका कहना था कि पहले वाला कार्यक्रम स्थल छोटा था। वहां पूरे लोग नहीं आ सकते थे, इसलिए मुझे अपने समर्थकों के साथ अलग कार्यक्रम करना पड़ा। भविष्य में इस प्रकार की चूकों को ध्यान में रख कर आयोजन किया जायेगा। मेरे लिए पार्टी हित सर्वोच्च है।