बच्चों को संक्रमण से बचाना हो तो मास्क लगा कर स्तनपान कराएं, – डॉ राजेन्द्र
– ‘विकल्प नहीं, संकल्प है’ की थीम के साथ शुरु हुआ स्तनपान सप्ताह
शिव श्रीवास्तव
महराजगंज। कोविड – 19 के दौरान स्तनपान सप्ताह की शुरुआत हुई है। ‘स्तनपान विकल्प नहीं, संकल्प है’ थीम के साथ शुरु हुए स्तनपान सप्ताह में आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे धात्री महिलाओं को साफ सफाई के साथ मास्क लगाकर स्तनपान के लिए प्रेरित करें। ऐसा करने से शिशुओं के अंदर संक्रमण की संभावना नहीं रहेगी। शिशु के जन्म के एक घंटे के अंदर पीला गाढ़ा दूध जरूर पिलाएं, क्यों कि माँ का दूध ही बच्चे के लिए संपूर्ण आहार है।
उक्त बातें परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. राजेन्द्र प्रसाद ने कहीं। उन्होंने कहा कि स्तनपान विकल्प नहीं संकल्प है। इसे गंभीरता से लेकर सभी आशा कार्यकर्ताओं को पूरी निष्ठा से लगना होगा । इस सप्ताह के अंतर्गत सभी आशा कार्यकर्ता कोविद प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी धात्री महिलाओं के घर जाकर शारीरिक दूरी रखते हुए स्तनपान पर जोर दें।धात्री महिलाओं को पूरी साफ सफाई रखते हुए मास्क लगाकर शिशुओं को स्तनपान कराने का अभ्यास कराएं।साथ ही स्तनपान के महत्व को भी बताएं।
उन्होंने कहा कि धात्रियों को यह भी बताएं कि छह माह तक केवल बच्चों को स्तनपान ही कराएं। किसी भी प्रकार से पानी, शहद, घुट्टी आदि कदापि न पिलाएं क्योंकि मां का दूध बच्चे के लिए सम्पूर्ण आहार है । गर्भवती को यह जरूर बताएं कि प्रसव कक्ष में प्रसव के एक घंटे के अंदर पीला गाढ़ा दूध जरूर पिलाएं। उन्होंने कहा कि स्तनपान सप्ताह में माताओं का सहयोग और स्तनपान को बढ़ावा दिया जाना एक महत्त्वपूर्ण गतिविधि है।
कोविड-19 में स्तनपान, लेकिन बात रहे यह ध्यान
यदि माँ कोविड से संक्रमित है या उसकी संभावना है तब भी मां शिशु को स्तनपान करा सकती है।इसके अलावा यदि बच्चा बीमार है और वह कोविड से संक्रमित है और यदि वह दूध पी पा रहा है तो मां अवश्य शिशु को स्तनपान करायें। इससे मां बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ेगा।