कोर्ट में घुस कर लेखपाल ने तहसीलदार को दी जान से मारने की धमकी, लेखपाल हिरासत में

February 2, 2019 11:51 AM0 commentsViews: 1115
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एम. आरिफ

इटवा, सिद्धार्थनगर।  इटवा के तहसीलदार राजेश अग्रवाल को शुक्रवार सुबह कोर्ट में सुनवाई के दौरान एक  निलंबित लेखपाल  ने अपने साथियों संग पहुंच कर जान से मारने की धमकी दी है। इससे उनकी हालत कोर्ट में ही बिगड़ गई। मौके पर मौजूद कर्मियों व अधिवक्ताओं ने उन्हें सीएचसी में भर्ती कराया। जहां उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। वहीं पुलिस निलंबित लेखपाल को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई है।

तहसीलदार का कहना है कि निलंबित लेखपाल कमलेश मिश्र आए दिन फोन आदि पर उनसे अभद्र बातें करते थे लेकिन वह उसे नजरअंदाज कर दे रहे थे। गुरुवार रात में भी लेखपाल अपने साथियों संग उनके आवास पर पहुंच गया, लेकिन रात में सुबह बात करने के आश्वासन पर वापस लौट गया। तहसीलदार ने बताया कि शुक्रवार की सुबह वह अपने कोर्ट में बैठ कर हाईकोर्ट की एक पत्रावली की सुनवाई कर रहे थे। कोर्ट अधिवक्ताओं के साथ वादकारियों से भरी हुई थी।

इस दौरान निलंबित लेखपाल कमलेश मिश्र अपने बेटे व सात अन्य साथियों के साथ कोर्ट में आकर जान से मारने की धमकी देने लगे। इससे उनकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। उधर कोर्ट कर्मियों और अधिवक्ताओं की मदद से तहसीलदार को सीएचसी इटवा में भर्ती कराया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत में सुधार बताया जा रहा है। इधर हरकत में आई पुलिस ने कमलेश मिश्र को हिरासत में लेकर घटना की जांच पड़ताल में जुट गई है। सीओ श्रीयश त्रिपाठी का कहना कि मामले में तहसीलदार की ओर से अभी तहरीर नहीं मिली है। फिलहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बेचैनी के साथ थी घबराहट

सीएचसी के डॉ. संजय गुप्त ने बताया कि जिस हालत में तहसीलदार को सीएचसी में लाया गया था, उस समय उनके अंदर बेचैनी के साथ काफी घबराहट थी। फिलहाल इलाज के बाद हालत में काफी सुधार है। बेडरेस्ट के लिए उन्हें उनके आवास पर भेज दिया गया है।

सीएचसी पहुंच एडीएम ने जान हाल

तहसीलदार के हालत बिगड़ने की खबर पर एडीएम प्रमोद शंकर शुक्ल ने सीएचसी पहुंच तहसीलदार का हाल जाना। साथ ही घटना की भी जानकारी ली। एडीएम ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपितों पर सख्त कार्रवाई होगी।

तहसीलदार और लेखपाल में लम्बे समय से है रार

तहसील कर्मियों के मुताबिक अमौना स्थित अलफारूक इंटर कॉलेज में बंजर के किसी जमीन को लेकर तहसीलदार और निलंबित लेखपाल के बीच लम्बे समय से ठनी हुई है। इसी सब मामले में लेखपाल निलंबित भी है। दोनों पक्षों में इसको लेकर आए दिन एक दूसरे के खिलाफ लिखापढ़ी भी की जा रही है। शुक्रवार की घटना उसी रोष का हिस्सा है।

लेखपाल ने आरोपों को बताया निराधार

घटना के आरोपित निलंबित लेखपाल कमलेश मिश्र का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। शुक्रवार को वह तहसीलदार कोर्ट में पूर्व से अमौना गांव के उसी जमीन के प्रकरण में अपना जवाब दाखिल करने के लिए पत्रावलियों का अवलोकन करने गया हुआ था। कोर्ट में मुझे देख तहसीलदार भड़क गए वह कोर्ट में कैसे आने के बाबत वाद विवाद करने लगे। इसका विरोध करने पर वह पुलिस बुलाकर मुझे कस्टडी में करा दिए। मैं लेखपाल हूं, वह तहसीलदार है।

 

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