ग्रामीण युवाओं को तकनीकी शिक्षा की जरूरत समय की मांग- इंजीनयर इजहार अहमद
निज़ाम अंसारी
शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर। तकनीकी शिक्षा के एक्सपर्ट माने जाने वाले इंजीनियर इज़हार ने कहा है कि यहां के बच्चों को शिक्षा की बहुत ज़रुरत है, जैसे नवजात बच्चों को दूध के जरूरत होती है। वे गत दिवस अपने गांव चिल्हिया क्षेत्र में आए हुए थे और क्षेत्र के युवकों से मिल कर शैक्षणिक हालात की जानकारी ले रहे थे।
इंजीनियर इज़हार ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो से मास्टर की डिग्री हासिल की और फ़िलहाल मुंबई यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उनका कहना है की सिद्धार्थनगर के बच्चो में टेक्निकल एजुकेशन और बेसिक एजुकेशन दोनों की कमी है। सरकार को चाहिए की बच्चों में शिक्षा को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा कि गांवों में खेती घट रही है। ऐसे में गांव के युवाओं के पास शिक्षा खास कर तकनीक शिक्षा ही बेहतर विकल्प है।
इंजीनियर इज़हार खान ने बताया कि उन्होंनेअपनी स्कूलिंग अंजुमन खैरुल इस्लाम , मुंबई से की और बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग की डिग्री साबू सिद्दीक कॉलेज मुंबई यूनिवर्सिटी से हासिल की. इंजीनियर इज़हार खान बचपन से ही सपना था के विदेश जा कर शिक्षा प्राप्त करें। उन्होंने ने इंग्लैंड में अप्लाई किया और यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्लासगो से कंट्री स्कालरशिप हासिल की और आज वे ऊंचे मुकाम पर हैं। यही ग्रामीण युवाओं को भी करना होगा।
उनका विदेश का ये सफर आसान नहीं था। इसमें उनके परिवार ने उनका बहुत साथ दिया और उनके पिता ने उनका मनोबल बढ़ाए रखा। आज वो दो एजुकेशन कम्पनीज के डायरेक्टर भी हैं। उन्होंने पुरे देश की प्रतिष्ठित विश्व विद्यालयों में लेक्चर दिया है। उसमें अलीगढ, लखनऊ, हैदराबाद, गोवा, मुंबई, पुणे की युनिवर्सिटयां शामिल हैं। उन्होंने एक और बात कही कि सिद्धार्थनगर के बच्चो की हायर एजुकेशन के लिए स्कालरशिप बनानी चाहिए, जिससे गरीब बच्चों को तकनीक आधारित शिक्षा में मदद मिल सके।