लेखपाल व प्रधान की मिलीभगत से तालाब पर किया जा रहा अवैध कब्जा
मामला संज्ञान में है कल ही एक टीम भेज कर जांच करवाकर गड्ढे को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा- एसडीएम
निज़ाम अंसारी\
शोहरतगढ़। स्थानीय विकास खण्ड के ग्राम पंचायत मदरहना जनूबी के टोला पिपरहवा में जिम्मेदारों के आंखे मूंद लेने के कारण ग्राम समाज की तालाब की जमीन पर धीरे-धीरे कब्जा किये जाने का सिलसिला जारी है। पिछले एक वर्ष से सुनियोजित ढंग से तालाब के अगल बगल के लोग गड्ढे को धीरे धीरे पाटने लगे और विगत एक वर्ष से गड्ढे के उत्तर पहले शौचालय बनवाया फिर किसी ने तीन माह पूर्व गड्ढे के पूर्व दिशा की तरफ से बांस बल्ली के सहारे कब्जा जमाया और एक माह पूर्व से दीवार का निर्माण करते जा रहे हैं।
बताते है कि तालाब पर अतिक्रमण से संबंधित लगभग एक दर्जन प्रार्थना पत्र दिया गया कोई कार्यवाही नहीं हुई। मामले को लेकर थाना शोहरतगढ़ ने 107 / 116 का प्रयोग भी किया, लेकिन सब असफल साबित हुआ। गांव के लाग बताते है कि प्रशासन ने यदि गड्ढों को कब्जा मुक्त कराया होता तो पोखरे का अस्तित्व संकट में नहीं पड़ता। गाँव का एक पक्ष इस निर्माण कार्य से खिन्न है तो दूसरा पक्ष अपना वोट बैंक बढ़ा कर बहुत खुश है। बताते हैकि इसको संज्ञान में लेते हुए शोहरतगढ़ तहसीलदार राजेश कुमार अग्रवाल ने शोहरतगढ़ थाना अंतर्गत ऐसे सभी विवादित सरकारी भूमि की जानकारी के लिए रिपोर्ट तलब किया था।
सरकारी तालाब पर चार दीवाली का पक्का निर्माण करने को लेकर संवाददाता ने एस डी एम शोहरतगढ़ अनिल कुमार से बात की जिस पर उनका कहना था कि मामला संज्ञान में है वृहस्पतिवार को एक टीम भेज कर जांच करा कर गड्ढे को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। उक्त गड्ढे के दो तरफ से आबादी और दो तरफ कृषि योग्य जमीन है। इस गड्ढे के दो तरफ आबाद लोगों के नाली का गन्दा पानी उक्त गड्ढे में गिरता था। बताते चलें कि ग्रामवासी गड्ढे पर कब्जा जमाने वालों की दबंगई से पीड़ित हैं ।
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