लॉक डाउन के दौर में भी भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों के हौसले बुलंद
ओजैर खान
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। कोरोना वायरस से पूरा देश परेशान है। लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, क्यों कि सरकार द्वारा ये निर्देश दिया गया है कि सब लोग अपने अपने घरों पर ही रहें। जिसका पालन भी लोग कर रहे हैं। लगातार 39 दिनों के लाकडाउन होने के कारण लोगों के सामने रोजी रोजगार के भी संकट खड़े हो गए हैं। फिर भी लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकलते हैं। लेकिन बढ़नी बार्डर पर तगड़ी सुरक्षा के बावजूद तस्करों के हौसले बुलंद हैं और उनकी सक्रियता जारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत बढ़नी क्षेत्र व उसके आसपास से सफेदपोशों द्वारा की जाने वाली तस्करी पूरे चरम पर है। भाजपा के युवा नेता पवन पाठक का कहना है कि जरूर दाल में कुछ काला है। लॉकडाउन जैसे समय में भी बढ़नी क्षेत्र में नेपाली गुटखा, शराब की तस्करी हो रही है,जो कई समाचार पत्रों की सुर्खियां बन चुकीं हैं। लेकिन स्थिति पहले की तरह ही जस की तस है। जब तस्करी का मामला ज्यादा गरमाता तो कुछ बरामदगी दिखाकर इति श्री कर ली जाती है।
सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में नेपाली शराब, गुटखे कई गुना दाम में बेचे जा रहे हैं। इंडियन गुटखों के भी कई गुना दाम पर बेचे जाने की शिकायत मिल रही है। क्या इनकी खबर स्थानीय प्रशासन को नहीं है? जबकि सब इनकी नाक के नीचे हो रहा है। ये बेहद शर्मनाक है और इस पर जिम्मेदारों को तत्काल एक्शन लेना चाहिए।
भाजपा नेता के मुताबिक निश्चित हम कोरोना की लड़ाई लड़ रहे है।और जनता साथ भी दे रही है। लेकिन इस लड़ाई के आड़ में तस्करी, भ्रष्टाचार और गुटखा माफियाओं को संरक्षण देना ठीक नही है। ये हमारी लड़ाई को कमजोर करता है और जनता में गलत संदेश जाता है। इसको लेकर जल्द ही हम पार्टी के पदाधिकारियों और उच्च अधिकारियों को अवगत कराएंगे। उन्होंने इस पर कड़ी कार्यवाही कार्रवाई की मांग की है।