Big News़़–सिद्धार्थनगरः एक दिन में कोरोना के 10 मरीज पाये गये, कुल तादाद 12 हुयी, जिले में भय की लहर

May 5, 2020 3:37 PM0 commentsViews: 3366
Share news

 

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। मंगलवार को दस ऐसे मरीजों की पहिचान हुई है, जिनमें कोरोना पाजिटिव पाया गया है। इस प्रकार जिले में अब कोरोना मरीजों की कुल तादाद 12 हो गयी है। इस खबर के बाद प्रशासनिक अफसरों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। जबकि जनता में भय की लहर दौड़ गई है। स्वास्थ्य प्रशासन ने नये मरीजों के पाये जाने की पुष्टि की है। उन्हें इलाज के लिए  कोरोना अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है

बताया जाता है कि आज सुबह से ही कोरोना के दस नये मरीजों के पाये जाने की खबर प्रशासनिक हल्कों में खुसर पुसर शुरू हो चुकी थी। दोपहर तक जनता के एक बड़े तबके को इसकी जानकारी मिल चुकी थी और सामान्य आदमी इससे बचने को लेकर परेशान था। लोग मास्कों और सेनेटाइजर की तलाश में मशगूल हो गये। आम आदमी महानगरों में कोरोना के खौफ की खबरें देख देख कर पहले ही दहशत में था, मगर अब कोरोना की आफत को अपने जिले में मंडराता देख कर और भी भयभीत होने गया है।

कहां मिले कोरोना के दस मरीज?

इस सिलसिले में पता चला है कि सभी दस मरीज जिला मुख्यालय स्थित गंगा पब्लिक स्कूल के कोरंटाइन सेंटर में थे। जिनके टेस्ट कराया गया था। उनमें दस की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। परन्तु कछ सूत्रों का कहना है कि इनमें से कुछ मरीज महामाया कालेज बांसी के सेंटर के भी हो सकते हैं। इस सिलसिले में सीएमओ डा. सीमा राय का कहना है कि अभी लिस्टिंग नहीं हुई है इसलिए मरीज एक सेंटर के हैं या दोनों सेंटरों के, यह तय नहीं हो पाया है। परन्तु समाचार लिखे जाने तक एक अन्य प्रशासनिक सू़त्र ने बताया कि सभी मरीज जिला मुख्यालय स्थित कोरंटाइन सेंटर के ही हैं।

कैसे बने कोरोना के मरीज?

गौरतलब है कि इन्हीं दोनों कोरंटाइन सेंटरों पर गत 1 मई को दो मरीज पाये गये थे। मुख्यालय  पर पाया गया मरीज मुम्बई से लौटा था,  जबकि महामाया कालेज बांसी सेंटर पर पाया गया मरीज कौशांम्बी से आया था। अनुमान लगाया जाता है कि सभी दस नये मरीज इन्हीं में से किसी से संक्रमित हुए हैं।  ऐसा माना जा रहा है कि मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुद जनपद में लाकडाउन की फिर से समीक्षा जरूरी हो गयी है।

कहां ले जाये गये मरीज?

कोरोना के दस नए मरीजों के मिलते ही जिले के बर्डपुर स्थित सरकारी अस्पताल को बंद कर उसे आनन फनन में कोरोना हास्पिटल में बदल दिया गया है, सभी मरीजों को वहां आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। जहां उनके इलाज की तैयारियां की जा रही हैं। इसे के साथ आम लोगों के दिलों की धड़कनें भी तेज होगई हैं।

 

Leave a Reply