Electino Exclusive : तो क्या फिर कांग्रेसी बनेंगे डुमरियागंज सांसद जगदम्बिका पाल ?
मेराज़ मुस्तफा
इटवा, सिद्धार्थनगर। विगत एक वर्ष से ही सभी प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा सहित कांग्रेस, सपा एवं बसपा से अपनी संभावित उम्मीदवारी को तय मानकर चल रहे नेता स्वयं को जनता के बीच स्थापित करने में लगे थे लेकिन सपा व बसपा के मध्य गठबंधन होने के बाद डुमरियागंज संसदीय सीट बसपा के हिस्से में जाने के बाद सपा नेताओं ने अपने पैर पीछे खींचते हुए गठबंधन प्रत्याशी के लिए जनसंपर्क करने में लग गए लेकिन सबसे ज्यादा असमंजस कि स्थिति भाजपा नेतृत्व के लिए बनी है।
बतादें कि वर्तमान सांसद जगदम्बिका पाल के विरोध में एनडीए का हिस्सा अपना दल (एस) से शोहरतगढ़ विधायक चौधरी अमर सिंह द्वारा सांसद का खुला विरोध करने की धमकी एवं अपना दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष सहित आम कार्यकर्ता द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘ बाहरी भगाओ जिला बचाओ ‘ का असर अब दिखने लगा है और दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात के बाद डुमरियागंज लोकसभा सीट अपना दल (एस) के खाते में जाने का अनुमान लगाया जा रहा जिसके बाद सभी के जेहन में एक ही सवाल कौंध रहा कि वर्तमान सांसद जगदम्बिका पाल क्या करेंगे ?
क्या पुनः कांग्रेस का दामन थामेंगे जगदम्बिका पाल ?
अब ऐसे में सभी के जेहन में एक ही सवाल कौंध रहा कि क्या भाजपा से डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद पुनः अपने पुराने घर कांग्रेस में जा सकते हैं ?
सवाल वाजिब भी क्योंकि अभी तक कांग्रेस ने भी डुमरियागंज लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी के नाम की घोषणा नही की है लेकिन टिकट के दावेदारों की संख्या यह भी कम नही जिसमें सबसे प्रमुख नाम पूर्व सांसद हाजी मोहम्मद मुकीम का है।
जिनका स्वयं का एक व्यक्तिगत वोट बैंक है लेकिन एक वर्ग विशेष के लोगों का अनुमान है कि कांग्रेस द्वारा पड़ोसी जनपद संतकबीरनगर से मुस्लिम प्रत्याशी उतार चुकी है ऐसे में डुमरियागंज लोकसभा से भी मुस्लिम प्रत्याशी उतारने से परहेज कर सकती है इस स्थिति में यदि जगदम्बिका पाल कांग्रेस में जाते हैं तो उनको टिकट मिलने की संभावना अधिक बन जाती है ।