अपना ही घर उजाड़ने को मजबूर ग्रामवासी, सपा नेता की आंदोलन की चेतावनी
निजाम अंसारी
शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर। कठेला-तुलसियापुर मार्ग चौड़ीकरण होने से खैरी उर्फ झुंगहवा में करीब पांच दर्जन मकान प्रभावित हो रहा है। विभाग व ठेकेदार द्वारा लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण अपने हाथों से पुश्तैनी धर को तोड़ना शुरू कर दिये हैं।अपने ही थों अपना घरौंदा तोड़ने से इन गरीबों को कितनी तकलीफ हो रही है, इस दर्द को समझा जा सकता है।
खबर मिली है कि विकास के नाम पर इस सरकारी फरमान से गांव के सुदामा, कांशीराम, मरियम, प्रीतम, रामडीह, मयराम , रामदीहल, चांद मोहम्मद, जाकिर हुसैन, शंकर, बालक दास, धुरबरन, सेवक, जग्गी, सफी मोहम्मद आदि अपना घर खुद उजाड़ का बेसहारा और बेआसरा हाेने को मजबूर हो रहे हैं।। इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता बदरे आलम ने कहा है कि अगर जांच कराकर गरीब परिवारों के साथ न्याय नहीं किया गया तो जन आंदोलन किया जाएगा।
सपा नेता नेता बदरे आलम ने बताया कि कि झुंगहवा गांव से मनिकौरा, अहिरौला होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 730 को जोड़ने व कठेला कोठी जाने के लिए विकल्प मौजूद है। चौड़ीकरण कार्य को गांव के बाहर ही रोक दिया जाए तो भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लोगों के मकान भी टूटने से बच जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले ही क्षेत्र बाढ़ प्रभावित है। जिम्मेदारों को पत्र भेजकर मामले को संज्ञान में लाने का प्रयास किया गया है।
इस संबंध में सहायक अभियंता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सड़क के हद में जो मकान है, उसी को मार्क किया गया है। किसी के निजी जमीन में बने मकान को विभाग से कोई लेनादेना नहीं है। सरकसार की मंया किसी को उजाड़ने की नहीं है। केवल अैध कब्जा करने वालों को हटाया जा रहा है।