जिला पंचायत सदस्यों से दो राउंड की मुलाकात कर सफलता की जमीन तैयार कर चुके उपेन्द्र सिहं
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। यदि राजनीतिक हालात में कोई गंभीर परिवर्तन न हुआ तो जिला पंचायत अध्यक्षों व ब्लाक प्रमुखों के चुनाव की घोषणा की घोषण जून के दूसरे पखवारे में किसी दिन कर दी जाएगी। इस स्थिति के प्रति सजग रहने वाले प्रत्याशी घोषण से पूर्व ही अपने सियासी समीकरणों को मजबूत कर लेना चाहते हैं। इसी क्रम में सिद्धार्थनगर जिला पंचायत चुनाव के लिए भाजपा से अध्यक्ष पद की दावेदार श्रीमती शीतल सिंह के पति व संचालक उपेन्द्र सिंह ने अपनी गतिविधि तेज कर दी है। वह चुनाव तिथि की घोषण से पूर्व ही 45 सदस्यों में से अधिकांश से अब तक दो राउंड की मुलाकात कर अपने पक्ष में बहुमत बनाने का प्रयास कर चुके हैं।
चुनावी रणनीत का रोड मैप
इस सम्बंध में सूत्र बताते हैं कि उपेन्द्र सिंह ने सदस्यों से मुलाकात कर उनके समर्थन के बाद विकास के प्रति सदस्यों से उनके क्षेत्र के विकास के बारे में जानकारी लेकर टेम्प्ररेरी तौर पर एक रोड मैप भी बना रहे हैं, उनके मुताबिक जीतने के बाद उसी रोड मैप के आधार पर सदस्यों के क्षेत्र में काम कराये जाएंगे। इसका सदस्यों पर प्रभाव भी पड़ रहा है। बताया जाता है कि वे कम से कम 30 जिला पंचायत सदस्यों का रुझान अपनी पत्नी शीतल सिंह के पक्ष में हासिल कर चुके हैं।
निशाना मछली की आंख पर
हालांकि अभी तक उनकी पत्नी शीतल सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार घोषित नही हैं परन्तु उपेद्र सिंह को विश्वास है कि अन्ततः पाटी उन्हीं को प्रत्याशी घोषित करेगी। यही कारण है कि वे बाहर से आने वाले वाले भाजपा के वरिठ नेताओं व मंत्रियों के साथ पूरा वक्त दे रहे हैं। इसके अलावा पार्टी के जिला अध्यक्ष गोबिंद माधव के साथ भी पूरा तालमेल बनाए हुए हैं। अब फैसला पार्टी को करना है कि वह अध्यक्ष के लिए राजपूत का चयन करेगी अथवा ब्राह्मण समाज से। दूसरी स्थिति में हालात जरूर बदल सकते हैं। बहरहाल इन सबसे दूर रह कर उपेन्द्र सिंह मछली की आंख पर निशाना लगााये रखने के अंदाज में काम कर रहे हैं।
क्या कहते हैं उपेन्द्र सिंह
इस बारे में उपेन्द्र सिहं का कहना है की पत्नी की दावेदारी के बाद चुनाव के लिए तैयारियां करना उनके लिए जरूरी है। पार्टी जब भी टिकट का फसला लेगी, वह उन्हीं के पक्ष में होगा ऐसा उन्हें विश्वास है। लेकिन तब चुनाव के लिए कम समय बचेगा। इसलिए पहले से ही तैयारियां जरूरी है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में लगभग 35 सदस्य का समर्थन मिलने के आसार है, जिनमें कम से कम ढाई दर्जन का समर्थन तो आज भी हमारे पक्ष में खड़ा है।