कागजो में ड्यूूटी का खेल , नियम कानून सबकुछ फेल
संजीव श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। बालबिकास परियोजना कार्यालय में सुविधाशुल्क का खेल भारी पैमाने पर चल रहा है। इसी कारण से तमाम जगहों पर गैरहाजिर रहकर कागजों में डयूटी का कोरम पूरा होता है।
ग्रामीणों के शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अफसरान ध्यान नहीं दे रहे है। जिससे जिला मुख्यालय पर रहकर भी आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायिका प्रतिमाह मानदेय का आहरण कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस कार्य में सीडीपीओं इटवा भी मिली हुई है।
ग्रामीणों के मुताबिक आंगनबाड़ी केन्द्र सिसवां बुजुर्ग की सहायिका बिगत कई वर्षो से अपने परिवार व बच्चों के साथ जिला मुख्यालय पर रहती है। सिर्फ शादी व विवाह आदि अवसरो पर अपने गांव आना जाना होता है।
इसके बावजूद प्रतिमाह का मानदेय विभागीय जिम्मेदारो की मिली भगत से उनका मानदेय बाधित नहीं हो रहा है। वहीं केन्द्र पर तैनात कार्यकत्री के मीटिंग आदि में जाने पर केन्द्र बन्द रहता है। लेकिन लिपिक व सीडीपीओं के मेहरबानी से प्रतिमाह सहायिका के खाते में मानदेय भेजा जा रहा है।
इस संबंध में सीडीपीओ इटवा मंजू लता गौतम ने कहा कि मामले की जांच की जायेगी यदि ऐसा पाया गया तो कठोर कार्यवाही की जायेगी ।