त्रिभुवन यादव शुरू से पार्टी के साथ, चेतन परिवार सपा का सदस्य तक नहीं- जिलाध्यक्ष लालजी
जिला पंचाायत वार्ड संख्या 16 में विवाद
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज क्षेत्र के जिला पंचायत वार्ड नम्बर सोलह में को लेकर समाजवादी पार्टी में अजीब सा विवाद खड़ा हो गया है। 16 नम्बर वार्ड से सपा ने किसी प्रत्याशी को अपना अधिकृत समर्थन नहीं दिया है, मगर सपाइयों का एक छोटा सा गुट ठेकेदार स्व. चेतन उपाध्याय की पत्नी सुषमा उपाध्याय को सपा का अधिकृत समर्थित प्रत्याशी बता रहा है तो जिल स्तर के सपाई उनको प्रत्याशी मानने से इंकार कर रहे हैं। कई लोग इस मामले को अखिलेश यादव के संज्ञान में लाने की तैयारी कर रहे हैं।
विस अध्यक्ष के पत्र से भ्रम की स्थिति
प्राप्त विवरण के अनुसार क्षेत्र संख्या 16 में डुमरिगंज विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष तोता राम वर्मा के लेटरहेड पर 3 अप्रैल को जारी की गई सपा के 9 अधिकृत उम्मीदवारों की सूची घूम रही है। जिसमें पहला ही नाम चेतन उपाध्याय की पत्नी और 16 नम्बर की उम्मीदवार सुषमा उपाध्याय का दर्ज है। इसके अलावा सपा के कुछ कार्यकर्ता इसी आधार पर सुषमा को सपा का प्रत्याशी बता कर प्रचार कर रहे हैं। जबकि पुराने सपाई और जिला संगठन के लोग उन्हें सपा प्रत्याशी मानने से इंकार कर रहे हैं। इससे परे इलाके में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
ffप्रियंका यादव के लिए चुनाव प्रचार करते उनके परिजन रामफेर यादव
इस स्थिति का खुलासा करते हुए सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव सहित कई वरिष्ठ सपा नेता कहते हैं कि पार्टी के जिला संगठन ने सपा नेता त्रिभुवन यादव की बहू प्रियंका यादव को सपा समर्थित उम्मीदवार बनाने का मन बनाया था। परन्तु आखिरी वक्त पर विवाद के कारण उनके नाम की घोषणा नहीं की जा सकी। इसलिए सपा के जिला संगठन द्धारा जारी सूची में वार्ड नम्बर 16 से किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई। सूची जारी नहीं हाने के बावजूद तमाम पुराने सपाई और कर्मठ कार्यकर्ता प्रियंका के प्रचार में जुटे हैं। जिलाध्यक्ष लालजी यादव के अनुसार वह स्वयं टीम लेकर त्रिभुवन यादव की पत्नी प्रियंका यादव के पक्ष में प्रचार करने गये थे। लालजी यादव कहते है कि आगे भी प्रियंका यादव के प्रचार में जाऊंगा। क्योंकि त्रिभुवन यादव पुराने समाजवादी हैं और पार्टी के संघर्षों में सदा अग्रिम पंक्ति में खड़े रहे हैं।
सुषमा का परिवार पार्टी का सदस्य भी नहीं है
क्या इस वार्ड से चुनाव लड़ रही सुषमा उपाध्याय समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवार हैं? इस सवाल के जवाब में सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव का कहना है कि वो सपा की उम्मीदवार नहीं हैं। वे अथवा उनका परिवार सपा का सदस्य तक नहीं है। वो परिवार कभी पार्टी की गतिविधियों में नहीं रहा। कभी जिला कार्यालय पर कोई आवेदन तक नहीं किया। ऐसे में सुषमा उपाध्याय को त्रिभुवन यादव के परिवार के मुकाबले सपा का समर्थन कैसे दिया जा सकता है? त्रिवन यादव तो समाजवादी परिवार के अंग हैं। विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष तोताराम वर्मा द्धारा जारी पत्र के सवाल पर लालजी का कहना था कि उन्होंने वह पत्र अब तक नहीं देखा है। यदि श्री वर्मा ने अपने स्तर से जारी किया है तो पार्टी की ओर से अधिकृत नहीं है। इसे गलत माना जाए।
क्या कहते हैं पार्टी के नेता
पार्टी के एक नेता ने तो यहां कहा कि जिला संगठन से ऊपर उठ कर विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष द्धारा सूची जारी करना अवैधानिक और अनुशासनहीनता है। चुनाव के दौरान इसकी सूचना पार्टी के आलाकमान को दी जी रही है। चुनाव के बाद वह लोग इस प्रकरण किर्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने रख कर कार्रवाई करने की मांग रखेंगे। इस बरे में तोताराम वर्मा से सम्पर्क करने का प्रयास भी किया गया, मगर उनसे बात न हो सकी। बहरहाल 16 नम्बर वार्ड में स्वयं सपा के ही लोगों द्धारा जो गलतफहमी पैदा की जा रही है, उसका परिणाम गलत न हो, इसके लिए खुद पार्टी के लोगों को ही कुछ करना होगा।