योगी जी का राजधर्म कर्तव्य भविष्य में सार्वजनिक लोगों के लिए मिसाल बनेगी- जगदम्बिका पाल
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। भाजपा के सांसद जगदंबिका पाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि योगी जी कोरोनावायरस की लड़ाई में उत्तर प्रदेश के लोगों का जीवन बचाने में अपने पिता का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सके। उन्होंने पिता धर्म से ज्यादा राजधर्म निभाया है।
श्री पाल ने कहा कि योगी जी ने ऐसे कठिन घड़ी में अपनी मां को संदेश भेजा की कर्तव्य बोध के कारण नहीं पहुंच पाउंगा। इस दुखद घड़ी में श्री योगी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई और लाके डाउन को प्राथमिकता दी। इस कर्तव्य बोध की पराकाष्ठा को कोई संत ही निर्वाहन कर सकता है। योगी जी के पिता के निधन की सूचना के समय वह प्रदेश के 11 वरिष्ठ अधिकारियों के टीम के साथ कोरोना को परास्त करने की बैठक कर रहे थे। सूचना मिलने के बाद भी उन्होंने अपने को संभाला तथा बैठक जारी रखा। अधिकारियों से एक-एक करके फीडबैक लेते रहे।
सांसद पाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने पिता के निधन की सूचना के बाद भी कोरोना से जंग में जुटे रहे, यहां तक कि अंतिम संस्कार में ना जाने का फैसला किया। श्रीपाल ने कहा कि योगी जी ने राजधर्म का जो कर्तव्य निभाया भविष्य में सार्वजनिक लोगों के लिए एक मिसाल बनेगी।