Big breaking news- जिला पंचायत सिद्धार्थनगर के अध्यक्ष समेत 23 सदस्यों का इस्तीफा, सदन में हंगामा
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिला पंचायत सिद्धार्थनगर की बैठक में सत्ता पक्ष के क्रिया कलापों से विकास कार्य ठप पड़ जाने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष जिला पंचायत व बीस सदस्यों ने त्यागपत्र दे दिया है। जिनमें सपा, कांग्रेस समर्थक व निर्दल सदस्य शामिल है। वर्तमान सदन में कुल 48 सदस्य हैं, इनमें दो की मृत्यु हो चुकी है। त्यागपत्र देने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष गरीब दास समाजवादी पार्टी के नेता हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिला पंचायत सभागार में बैठक की शुरूआत ही हंगामे से शुरू हुई। सदन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पारित बजट में भाजपा समर्थक सदस्यों के अलावा अन्य किसी सदस्य के क्षेत्र के लिए कोई धन आवंटित नहीं किया गया। यही नहीं जिला पंचायत अध्यक्ष का आरोप था कि उन पर विकास कार्य न करने का आरोप लगा कर उनका अधिकार सीज करा कर त्रिस्तरीय कमेटी बनाई गई। जिसने भ्रष्टाचार का रिकार्ड तोड़ दिया।
यही नहीं सदन की बैठक में भाग ले रहे बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्वेवेदी और सपा नेता तौलेश्वर निषाद के बीच तीखी नोकझोंक हुई। बेसिक शिक्षा मंत्री ने सपा नेता पर चक रोड कब्जा करने जैसा व्यक्तिगत आरोप तक लगा दिया, जो सदन के एजेंडे से अलग था। इस पर सपा नेता ने भी उन्हें पलट कर सख्त जवाब दिया। इस तरह का शोर शराबा सदन में काफी देर तक चलता रहा।
इस प्रकार की अनेक तीखी बहसों के बीच अनेक सदस्यों ने कहा कि जब सदन में इनकी नहीं सुनी जी रही तो वे सदन से त्यागपत्र दे रहे। अब जनता ही सत्ता पक्ष को जवाब देगी।हलाकि उस समय बैठक में मौजूद भाजपा सांसद व सबसे वरिष्ठ नेता जगदम्बिका पाल सभी को मनाते रहे, लेकिन उनकी किसी ने न सुनी और तमाम लोग इस्तीफा देकर बाहर निकल आये। बाहर आकर उन लोगों ने मीडिया से कहा कि भाजपा नेताओं ने नियम कानून को ताक पर रख कर पूरी तरह से भ्रष्टाचार करके बदले की भावना से भी काम किया है। इस्तीफा देने वालों में जिला पंचायत अध्यक्ष गरीबदास के अलावा जिला पंचायत सदस्य व सपा नेता चिनकू यादव, सपा नेता तौलेश्वर निषाद, दीनेन्द्र दत्त, कांग्रेस नेता अतहर अलीम , कांग्रेस महेश कनौजिया, के अलावा सपा, कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्य नीलम यादव, हफीजुर्रहमान, अब्दुल सलाम, जुबैर अहमद, अहमद अली, शैलेष, कैलासी देवी आदि शामिल रहे। इसके अलावा दस अन्य लोग भी गैर हाजिर रहे। जो सपा समर्थक बताये जाते हैं।