EXCLUSIVE: एसडीएम ने बताया डीएम का आदेश बेमतलब
“स्कूल विवाद में जांच कराने के बाद सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी एसपी मिश्रा ने जिस पक्ष को गलत बताया था, एसडीएम सदर राजित राम प्रजापति ने एक ही झटके में उस फैसले को पलटकर धोखाधडी के मुकदमें का सामना कर रहे पूर्व प्रबंधक को क्लीन चिट दे दिया है। एसडीएम के इस बाग़ी तेवर की पूरे जिले में चर्चा है। नौगढ़ तहसील के ग्राम करीमपुर में मदरसा दर्सगाह इस्लामियां में प्रबंधकीय विवाद था”
जिसकी जांच वर्ष 2013 में जिलाधिकारी ने कराई थी और तत्कालीन प्रबंधक मो खालिद व एक अन्य पदाधिकारी अख्तर कमाल के खिलाफ चार सौ बीस का मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। प्रकरण में अख्तर कमाल गिरफ्तार होकर जेल भी गया था। इसके बाद मो इतियास के नेतृत्व में नई प्रबंध समिति काम कर रही थी।
खबर है कि जिलाधिकारी एसपी मिश्र के उस आदेश को पलटते हुए उपजिाधिकारी राजित राम प्रजपति ने 3 अगस्त 2015 को अपनी रिपोर्ट में जिलाधिकारी के फैसले के खिलाफ अपना आदेश जारी कर दिया तथा नई प्रबंध समिति से मदरसे को मुक्त कराने के लिए पुलिस को भी आदेश जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि पुरानी प्रबंध समिति के दो पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधडी का मुकदमा दर्ज हैं। आरोपी जेल जा चुका हैं। गलत धन आहरण-वितरण की कार्रवाई हो चुकी हैं। प्रबंधन समिति के अधिकांश सदस्य पूर्व प्रबंधक के खिलाफ हैं। इसके बावजूद एसडीएम का पुरानी कमेटी के पक्ष में फैसला देना आश्चर्य माना जा रहा हैं। ग्रामीण एसडीएम के इस आदेश के खिलाफ मुख्यमंत्री से न्याय मांगने के लिए लखनऊ जाने की तैयारी में जुटे हैं।