पाकिस्तानी डा. जावेद का उद्देश्य अभी तक नहीं जान पाईं सुरक्षा ऐजेंसियां, रिमाडं पर लेगी पुलिस
अजीत सिंह
पिछले 23 अक्टूबर को नेपाल के सोनौली बार्डर पर एस.एस.बी. द्वारा गिरफ्तार किये गये डा. जावेद नामक पाकिस्तानी नागरिक का बिना बीजा के भारत में प्रवेश करना और वो भी भारतीय प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में जाने की बात कबूल करना अभी तक भरतीय सुरक्षा एजेंसियों के समझ से परे है। पुलिस अब उसे रिमांड पर लेकर आवश्यक पूछताछ करने की तैयारी में जुट गयी है।
सूत्रों के अनुसार जावेद द्वारा दिये गये आईडी पर भी संदेह है। आरंभिक जांच में आईडी की पुष्टि नही हो पाई है। ऐसे में रविवार को आईबी व एलआईयू के आला अधिकारी नेपाल के सीमाई क्षेत्रों में जावेद के संपर्क सूत्र तलाशने में लगे रहे। उनके द्वारा नेपाल के उन सभी होटलों से भी सुराग तलाशने का काम जारी है, जहां जावेद रूका हुआ था।
पिछले दो दिनों में सुरक्षा एंजेंसियों द्वारा जांच के बाद पुख्ता हो गया है कि जावेद अपनी पहचान और भारत आने का उद्देश्य छिपा रहा है। क्योंकि उसने बीएचयू बनारस के जिस प्रोफेसर से मिलने की बात कही है, वह भी गलत है। प्रोफेसर ने जावेद को जानने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पाकिस्तान में स्थित भारतीय दूतावास से भी जानकारी ली जा रही है।
सुरक्षा ऐजेंसियों को जावेद के प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में जाने की बात खटक रही है। अपने को एग्रीकल्चर से पीएचडी पास बताने वाले पाकिस्तान के फैसलावाद निवासी डा. जावेद द्वारा बिना बीजा के ही भारत में प्रवेश करना उसे संदेह के घेरे में ला रहा है। सूत्रों की माने तो जावेद बैंकाक सहित दर्जनों देशों की यात्रा कर चुका है। ऐसे में तो उसे पता ही रहा होगा कि बिना बीजा के भरतीय सीमा में घुसने पर उसे हिरासत में लिया जा सकता हैैं। फिर भी वह नेपाली सीमा से गोपनीय ढंग से प्रवेश क्यों कर रहा था यह सवाल सोचनीय है।
अभिसूचना इकाई ने पहले ही आशंका जताई थी कि नेपाल में आये पिछले अप्रैल में भूकंप और अब मधेश आंदोलन का लाभ लेकर भारत विरोधी ताकतों का सोनौली बार्डर से प्रवेश कराया जा सकता है। शुक्रवार को जावेद को गिरफ्तार करने बाद आइबी, रा, एलआईयू, एसएसबी सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। अब कई सवालों का जवाब नहीं मिलने की वजह से अब उसे न्यायालय से पुलिस रिमांड पर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जावेद को न्यायालय से रिमांड पर लेकर पूंछताछ करने की तैयारी हो गयी है।