जनरथ बस सेवा में कंडक्टरों की मनमानी के आगे यात्री बेहाल
अब्बास रिजवी
सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज में जनरथ सेवा का हाल बेहाल है। कंडक्टरों की मनमानी से अब यी सेवा बेकार की साबित हो रही है। सवारियों की बजाय लगेज पर ही पूरा ध्यान लगाने की बजह से यात्रा तो बाधित होती है, यात्रियों को कष्ट उठाना पड़ता है। क्योंकि कंउक्टर बस की गैलरी तक में लगेज ठूंस लेते हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के क़रीबी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के विधानसभा क्षेत्र डुमरियागंज वर्षों से अपने पिछड़ेपन और मूलभूत सुविधाओं के लिए दहाड़े मार कर रो रहा है । विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के प्रयास से जब डुमरियागंज को जनरथ (ऐसी) बस सेवा से जोड़ा गया तो क्षेत्रवासियों के चेहरे खुशी से खिल उठे, परन्तु कुछ ही दिन में ये जनरथ बीमाररथ हो गया ।
बताते हैं कि बस के सीटों के नीचे कूड़े, बसों के अंदर मच्छरों का कब्जा है। , मोबाइल चार्जिंग स्वीच, एसी, फैन और टीवी सब राम भरोसे है, तो कंडक्टर का दिमाग़ सातवें आसमान पर । सीटिंग क्षमता से अधिक यात्री होने के कारण, कुछ यात्री स्टैंडिंग में तो कुछ केबिन के बाहर बैठने पर मजबूर रहते हैं ।
ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों पर शहरी क्षेत्र के कंडक्टर बाबू की मनमानी चरम पर है । कंडक्टर और ड्राइवर का ध्यान यात्री सुविधाओं पर कम लगेज पर अधिक रहता है । इसलिए यात्री अब अस बस से यात्रा करने से कन्नी काटते हैं। रोडवेज प्रशासन का ध्यान अपेक्षित है।