सूबे में बढ़ रहा सामाजिक तनाव, सरकार रोक पाने में विफल– इसरार अहमद
अनीस खान
सिद्धार्थनगर। पिछले दो महीने के कार्यकाल में यूपी में अपराध और सामाजिक तनाव चरम पर पहूंच गये हैं। इन्हें रोक पाने में सरकार विफल है। सरकार इस दिशा में कुछ करने की बजाये जुमले बाजी से काम चला रही है। जबकि सरकार को इस दिशा में कड़े कदम उठकर अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने का काम करना चाहिए।
यह बातें कांग्रेस के नेता इसरार अहमद ने कहा। एक बयान में उन्होंने कहा है कि सहारनपुर, आगरा, गोंडा, मेरठ आदि जगहों पर हुई हिंसा और वर्ग संघर्ष इस बात का प्रमाण हैं कि यूपी में पिछले दो माह से हिंसा और तनाव बढ़ गया है। आज अदमी हर पल असुरक्षा के साये में है। और सरकार इससे बेफिकर हो कर सो रही है। गुंउे जाग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गोरक्षक दल के नाम पर कुछ अराजक तत्व एक खास समुदाय को निशाना बना रहे हैं। गोरखुपर, लखनऊ और मथुरा में दिन दहाड़े लूट और व्यापारियों की हत्या से साबित हो गया है कि प्रदेश में कोई समुदाय असुरक्षित नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि मुख्यमंत्री अपराध और कानून व्यवस्था पर अंकुश लगाने के लिए कुछ ठोस कदम उठायें।
कांग्रेस नेता इसरार ने कहा कि सत्ता बदल जाने से कुछ नही होता। जनता, गरीब किसान, मजदूर, व्यापारी की दुनियां नही बदल जाती । इसके लिए व्यवस्था परविर्तन चाहिए। लेकिन सच यह है कि प्रदेश सरकार के किसी कदम से नही लगता कि सूबे में सत्ता परिवर्तन के कोई प्रयास नजर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाने की मांग की है।