वाह रे तुगलकी प्रशासनǃ जल निकासी रोक कर बना दी सड़क, गांव खेत डूबे तो उनकी बला से
ओजैर खान
बढ़नी, सिद्धार्थनगर। सड़क पर बनी एक पुलिया जा बरसात में गांव और खेत को डूबने से बचाती थी। मगर प्रशासन की तुगलकी साच देखिए, अब वहां पुलिया की बजाये सड़क बना दी गई है। बरसात में खेत व गांव डूबते हैं तो उनकी बला से। आखिर अफसरों को वहां रहना थाड़े ही है।
विकास खंड बढ़नी के खुरहुरिया गाँव के पास गजेहड़ी मार्ग पर बना पुल दो वर्ष पहले आये भयंकर बाढ़ में बह गया था । उस पुल के गैप को सड़क ठेकेदारों द्वारा आवागमन में असुविधा होने से मिट्टी रेत डालकर भर कर मूल सड़क से जोड़ दिया है। ऐसे में आगामी बरसात और बाढ़ के पानी में फसलों सहित गावों में पानी घुसने का पूरा अंदेशा हो गया है ।
ग्राम प्रधान अनुज चौधरी सहित दर्जनों ने जिलाधिकारी सहित शासन को भेजे पत्र में लिखा है वर्ष 2015 में आयी भयंकर बाढ़ में उक्त पुल बह गया था तब के जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार व सांसद जगदम्विका पाल उसी दिन घटना स्थल पहुँचकर पुल को जिला योजना से बनवाने का आश्वासन दिया था, मगर पुल बनने को कौन कहे ठेकेदारों ने पुल की जगह को ही पाट दिया, जिससे पानी निकासी की बड़ी समस्या और गांव के डूबने का खतरा पैदा हो गया है ।
गाँव के गोलू चौधरी, अजय चौधरी, ब्रजेश चौधरी, गुड्डू चौधरी, आलोक, राकेश, चिनकू, मोती लाल, अब्दुल कलाम, आदि दर्जनों लोगों ने जिलाधिकारी से पुल निर्माण कराने की मांग की हैं।