बहनो ने भाई की कलाई पर रेशम का तार बांध कर कहा, भाईः राखी की लाज तुम्हारे हाथ
एम सोनू फारूक
“शनिवार को बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधा, तो उनसे सुरक्षा की गांरटी भी ली। शायद निर्भया कांड उन्हें व्यथित कर रहा था। भाईंओ ने उन्हें विश्वास दिलाया कि कलाई में बांधे गये रक्षा सूत्र उनके प्रांणो से बढकर है”
इसकी रक्षा में वह सर्वस्व निछावर करने से नही चूकेगें, हालाकि रक्षा बंधन का मुहूर्त शनिवार दोपहर 2 बजे से था। मगर उत्साह और नाजानकारी के चलते लोगो ने सुबह से ही राखी बधवाना शुरू कर दिया। 2 बजे के बाद पर्व की धूम मच गयी। इस बार कई बहनो ने भाइियों को रक्षा सूत्र बांधते वक्त निर्भया कांड का भी जिक्र किया।
जिला मुख्यालय से सटे ब्रह्मर्षि बावरा सिद्धार्थ ममता गृह जगमोहनी के छात्र-छात्राओं ने अलीगढ़वा एसएसबी कैंप में जवानों को सामूहिक रूप से राखियां बांधी। इस दौरान छात्राओं ने स्वरचित गीत प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वालंटिरो ने भी एक दूसरे को राखी बांधी मुस्लिम बाहूल्य इस जिले में तमाम बहनो ने भी अपने मुस्लिम भाई को रक्षा सूत्र बांधा।