एसपी की नाक के नीचे हुईं 7 चोरियां, फिर भी नहीं लिखा जा रहा मुकदमा
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय बीती रात हुई चोरी की वारदात सहित पिछले तीन दिनों में आधा दर्जन से ऊपर घरों का ताला तोड़ कर की गई चोरियों का न तो काई खुलासा हुआ और न ही सदर थाने की पुलिस ने मुकदमा लिखा। जब पुलिस अधीक्षक की नाक के नीचे का यह हाल तो जिले कर हाल समझा जा सकता होगा।
मालूम हो कि जनपद मुख्यालय के सदर थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर कालोनी में कल रातमें 4 शिक्षिकाओं के घर का ताला तोड़ कर लाखों का जेवर व नगदी उड़ाने में चोर सफल रहे। सभी टीचर्स छुटी पर घर गई हुई थीं। इसी क्रम में सांड़ी में दो घरों का ताला तोड़ कर चोर हजारों की चोरी करने में कामयाब रहे।
बीती रात शहर स्थित सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के पास निवास कर रहे अध्यापक अखिलेश कुमार सिंह के घर भी चोरों ने हाथ साफ कर दिया। उन्होंने थाने में तहरीर दी कि 20 जून को ससुराल में कार्यक्रम था। जिससे वे और उनका परिवार मकान में ताला बन्द कर चला गया था। वह वापस आया तो चोर का पता चला। चोर मकान का ताला तोड़ कर घर में रखा पांच हजार नगदी व आलमारीमें रखा एक जोड़ा पायल कान की सोने की झुमकी 1 जोड़ा, साड़ी पांच अदद उठा ले गये।
उन्होंने बताया कि हमने दो दिन पूर्व ही यही तहरीर थाने में दी किन्तु प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई और आज जब पुनः तहरीर लेकर गया तो प्राथमिकी दर्ज करने को कौन कहे उल्टे पुलिस ने अपमानित कर मुझे थाने से खदेड़ दिया। कुल मिला कर सदर थाना क्षेत्र में हो रही चोरियों का सिलसिला पुलिस के कुशल कार्यों पर एक प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। शहर में एसपी निवास होने के बावजूद भी चोरी का मुकदमा न लिखा जाना जनता में चर्चा का विषय है।