राप्ती ने 98 का जलस्तर पार किया, तबाही और भयानक हुई
नज़ीर मलिक
सिद्धार्थनगर। राप्ती नदी का सैलाब चरम पर है। बीती रात राप्ती ने 1998 के जलस्तर को पीछे छोड़ते हुए पिछले 50 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। नदी अब स्थिर है, लेकिन तबाही जारी है।
बताया जाता है कि राप्ती का जलस्तर बीती रात 85.700 तक पहुंच गया, जो 1998 के जल स्तर 85.655 से 5 सेमी अधिक है। राप्ती नदी का खतरे का बिंदी 84.900 है। 1998 में राप्ती नदी खतरा बिंदु से 75 सेमी अधिक थी, मगर इस बार वह 75 सेमी से अधिक हो गया।
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक राप्ती का यह जलस्तर पिछले 50 सालों में सर्वाधिक है। इससे पूर्व इस नदी ने 1967 में बढ़ का रिकार्ड बनाया था, तब जलस्तर 85.900 तक पहुच गया था। राहत की बात ये है कि रात से राप्ती नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है, जो नदी के घटाव का पहला संकेत है। यदि बारिश न हुई तो 24 घण्टों में नदी का घटना शुरू हो जाएगा।
याद रहे की इस साल की बाढ़ में राप्ती के अलावा अन्य नाफियाँ डेढ़ से दो मीटर खतरा बिंदु से उप्पर बह रही हैं। इसके कारण तबाही में भरी इज़ाफ़ा हो गया है। फ़िलहाल ज़िल के सात सौ गाँव बाढ़ से प्रभावित हैं। 5 लोगबढ़ से मर चुके है। बचाव के नाम पर प्रशासन एक भी नाव का इंतज़ाम करने में विफल है।