महिला विधायक ने घरों के चीथड़े बांट कर उड़ाया बाढ़ पीड़ितों का मजाक, जबरदस्त हंगामा
एस.पी.श्रीवास्तव
गोरखपुर। सत्ता का नशा जब सिर चढ़ का बोलता है तो आदमी अच्छे बुरे की तमीज खो देता है। अभी सिद्धार्थनगर के एक विधायक जी द्धारा जूते से राहत सामग्री चेक करने की बात ठंडी भी नहीं हुई थी कि गोरखपुर में एक महिला विधायक बाढ़ पीड़ितों में घरों में इस्तेमाल किये हुए फटे पुराने कपड़े बांटने को लेकर सुर्खियों में हैं। उनकी इस हरकत पर बाढ़पीड़ितों ने जम कर हंगामा किया और विधायक जी को लज्जित हो कर ‘मदद’ का कार्यक्रम रोक कर लौटना पडा।
खबर है कि चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र के राप्ती और गोर्रा नदी के 56 गांव बाढ़ से धिरे हैं। उनमें से अधिकांश बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे हैं। इसी प्रकार का एक शिविर नेहरू इंटर काले अमहिया में लगा हुआ है। इस शिविर में कुल 150 शरणार्थी रह रहे हैं। इस शिविर में सामाजिक और राजनीतिक लोग अक्सर राहत सामाग्र वितरित करने आते रहते हैं।
बताया जाता है कि शुक्रवार को स्थानीय विधायक संगीता यादव भी शिविर में राहत वितरित करने पहुंची। लोगों को विधायक से ज्यादा ही आस थी। मगर जब उन्होंने सामग्री का बोरा खोला तो उसमें कपडे थे। वह भी पुराने और कटे भटे थे। विधायक संगीता ने जब उसे पीड़ितों को देना चाहा तो उन्होंने उसे लेने से इंकार करते हुए जबरदस्त हंगामा किया। उनके खिलाफ जोरदार नारे लगाये। इससे घबरा विधायक संगीता यादव वापस लौट गईं। बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि वे संकट में जरूर हैं, मगर भिखमंगे नहीं हैं। विधायक ने ऐसा कर हम बाढ़ पीड़ितों का अपमान किया है।
याद रहे कि सिद्धार्थनगर के एक विधायक ने गत दिवस राहत सामग्री को जूतों से चेक किया था, जिसकी व्यापक चर्चा हुई थी। इस बार भी सत्ता पक्ष की एक और विधायक सुर्खियों में हैं। उनके इस प्रकार के क्रिया कलापों से भाजपा की इस इलाके में काफी किरकिरी हो रही है। लोग इसे संवेदनहीनता बता रहे हैं।