खैरी गाँव में तड़प कर मर गईं 26 गायें और गोरक्षक योगी सरकार का प्रशासन देखता रहा
नज़ीर मलिक
फाइल फोटो
सिद्धार्थनगर। गाय की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता देने वाली बीजेपी सरकार और उसके गोरक्षक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर से सटे सिद्धार्थनगर जनपद में 26 गायें मर गईं। इसके अलावा कुछ मरने की कगार पर हैं। बाढ़ से घिरे इस गावँ का 12 दिन पहले खुद मुख्यमंत्री ने दौरा किया था। अफसरों को लापरवाही की सजा की चेतावनी भी दी थी, लेकिन उस पर अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा गायों की मौत के रूप में सामने आया।
सिद्धार्थनगर की शोहरतगढ़ तहसील के खैरी गाँव में ये हादसा कल हुआ। चारों तरफ से बढ़ से घिरे इस गाँव में एक सप्ताह से जानवर जल जनित रोगों से बीमार चल रहे थे। ग्रामीणों की गुहार किसी ने नहीं सुनी। अंततः वहां गाएं मरने लगी। बताया जाता है कि पिछले 24 घंटे में 26 गायों की तड़प–तड़प कर मौत हो चुकी है। कई और गायें बीमार और मरने की कगार पर हैं।
गाँव के नन्दलाल, भदई, राजकुमार, बिरजे अदि बताते हैं कि उन लोगों ने प्रशासन को सूचना दी थी। यदि समय से मदद मिलती तो उनके पशु न मारते। उन्होंने बताया कि गाँव में अभी भी दर्जनों गाय बीमार है। अब डॉक्टरों की टीम पहुंची है, मगर अब तो बहुत देर हो चुकी है। भदई कहते हैं कि अगर डाक्टरों की टीम समय से पहूंच जाती, तो हमारी गायें मरने से बच जातीं। भदई की पांच गायों की मौत हुई है। वह आर्थिक रूप से टूट गया है।
काम न आई मुख्यमंत्री योगी की चेतावनी
खैरी यूपी का वही पहला बाढ़ग्रस्त गाँव है, जिसका निरीक्षण करने 18 गत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोट से खुद गए थे। योगी ने गांव कर दुर्दशा खुद अपनी आंखों से देखा था। उन्होंने अफसरों को चेतावनी भी दी थी की लापरवाही करने वाले किसी भी अफसर को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बावजूद उसी गाँव में सबसे अधिक लापरवाही हुईं। आस्था की प्रतीक गो माता की एक एक कर मौत होती रही और प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।