ब्लाक प्रमुख की जंगः चिनकू यादव को मिला अरेस्ट स्टे, हाईकोर्ट ने किया पुलिस कप्तान को तलब
––– अरेस्ट स्टे के निर्णय की खबर से सपा वर्करों में जोश, विपक्षी खेमा हैरान और निराश
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज ब्लाक प्रमुख की जंग अब रोचक और रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। इसी प्रकरण में बीडीसी के कथित अपहरण में आरोपी बनाये गये सपा नेता चिनकू यादव और उनके साथियों को हाईकोर्ट ने अरेस्ट देते देते हुए सिद्धार्थनगर के पुलिस कप्तान को अदालत में तलब कर लिया है। यह आदेश कल हुआ है। आदेश की नकल मिलने में वक्त लग रहा है। इसके बाद से जहां सपा खेमें में हर्ष है, वही विपक्ष काफी निराश दिख रहा है। डुमरियागंज के ब्लाक प्रमुख मिठ्ठू यादव सपा नेता राम कुमार उर्फ चिनकू यादव के पिता हैं। उनके खिलाफ 11 सितम्बर को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है।
पक्के सूत्रों ने बताया कि सपा नेता चिनकू यादव के साथ अपहरण के अभियुक्त बनाये गये उनके भाई छोटे यादव, सहयोगी पप्पू मलिक, पप्पू श्रीवास्तव व मो जमाल उर्फ पुत्तन को हाईकोर्ट ने अरेस्ट स्टे दे दिया है। कोर्ट ने मामले में पक्षकार बनाये गये पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर को अपना पक्ष रखने के लिए 5 सितम्बर का समय मुकर्रर किया है। इसी के साथ चिनकू पक्ष के बीडीसी को भी उपस्थित होने का आदेश दिया है। इस आदेश की नकल आज मिल गई होगी।
चिनकू ने अदालत में क्या कहा
सपा नेता चिनकू यादव ने अदालत में आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन पर दो बीडीसी के अपहरण का मुकदमा कर रखा है। पुलिस उन पर आरोप लगा रही है कि वह बीडीसी को बंधक बनाये हुए है। इसी आधार पर पुलिस उन्हें गिरफतार करने की फिराक में है। जिससे वह अपने पिता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में पिता का बचाव नहीं कर पायेंगे। चिनकू ने अदालत में राज्यपाल द्धारा मुख्यमंत्री को लिखे गय पत्र कापी और तमाम बीडीसी सदस्यों को भी साक्ष्य के तौर पर पेश किया।
राज्यपाल का पत्र मत्विपूर्ण बन गया
बताया जाता है कि अदालत ने राज्यपाल द्धारा मुख्यमंत्री को दिया गया निर्देश संज्ञान में लिया। इसके अलावा बीडीसी मेंबरों की नोटरी को भी बहुत महत्वपूर्ण माना और चिनकू व उनके साथियों को अरेस्ट स्टे देते हुए, एसपी को तलबी का निर्देश दिया। यह फैसला कल अपरान्ह हुआ है। फिलहाल चिनकू खेमा वहां आज फैसले की नकल को प्राप्त करने में लगा हुआ है। इसकी खबर पाकर डुमरियागंज के सपा कार्यकर्ताओं में बहुत जोश है।
फैसले से समाजवादी खेमे का आत्मबल बढ़ा
हाईकोर्ट के इस फैसले से चिनकू खेमे का आत्मबल बहुत बढ़ गया है। पुलिस की गिरफ्तारी के भय से चिनकू अंडर ग्राउंड थे। लेकिन इस आदेश से अब वह खुल कर पिता के पक्ष में प्रचार कर सकेंगे। इससे वर्करों में भी जोश बढ़ेगा। यही नही हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के चलते प्रशासन चाह कर भी किसी की मदद नहीं कर पायेगा। गौर तलब है कि चिनकू के पास बहुमत से कहीं अधिक बीडीसी का दावा किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने बीडीसी मेंबरों को बंधक बना रखा है। जबकि मेंबरों कहना है कि पुलिस सत्ताधारी दल के दबाव में उन सबों को परेशान कर रही है। इसलिए वह सब छुपे हुए हैं।
बता दें कि डुमरियागंज में चिनकू के पिता ब्लाक प्रमुख हैं। भाजपा ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। जिस पर 11 सितम्बर को चर्चा के साथ जरूरत पड़ी तो वोटिंग होनी है। इसी में हार जीत को लेकर दोनों पक्षों में रस्साकशी चल रही है। चिनकू का आरोप है कि पुलिस सत्ताधारी दल के इशारे पर उनका और उनके लोगों का उत्पीड़न कर रही है।