आपसी लडाई में बैंक हडताल फेल, एसबीआई की दादागीरी, फिर भी दस करोड से अधिक का टर्नओवर प्रभावित
संजीव श्रीवास्तव
आल इंडिया बैंक इम्पलाइज एसोसियेशन के आहवान पर बुधवार को सिद्धार्थनगर में कुछ बैंकों ने काम किया, जबकि कइयों में सुबह से ही तालाबंदी रही। हड़ताल की वजह से कई बैंकों के उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ी, मगर कुछ बैंकों ने काम कर अपने उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की। फिर भी जिले में कम से कम दस करोड़ से अधिक का टर्नओवर प्रभावित हुआ।
बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, बैंक आफ महाराष्ट्र के कर्मचारी हडताल पर रहे। इन बैंकों की शाखाओं पर सुबह से ही ताला बंद रहा। उपभोक्ता आये जरुर, मगर मुख्य द्वार पर ताला देख वापस चले गये। अकेले पंजाब नेशनल बैंक की स्थानीय शाखा पर लगभग एक करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ।
एसोसियेशन के जिला मंत्री शिवसागर ने बताया कि बैंकों में जिस प्रकार वर्कलोड बढ़ रहा है, उसे देखते हुए कर्मचारियों की तादाद बेहद कम है। हड़ताल में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना प्रमुख मांग है। इसके अलावा अन्य कई मांगों पर सरकार लगातार उदासीनता बरत रही है। मजबूर होकर एसोसियेशन ने हड़ताल की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि अगर अभी भी सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी, तो आगे भी संघर्ष जारी रहेगा।
दूसरी तरफ हडताल से अलग रहे बैंक प्रतिनिधियों का कहना है कि कर्मचारियों की कमी हमारी समस्या नहीं है। इसलिए हम हड़ताल में शामिल नहीं है। जबकि हडतालियों के प्रतिनिधि का कहना है कि अगर वह लोग हडताल के विरोध में हें तो कल उनकी समस्या फंसने पर हम भी विरोध ही करेंगे। हडताली कर्मी एसबीआई से सर्वाधिक नाराज रहे। उनका कहना है कि लीडबैंक होने के बाद भी उसने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।